बलियाः संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी का शैक्षिक एवं प्रशिक्षण प्रमाण पत्र लगाने वाले 464 शिक्षकों और शिक्षामित्रों की नियुक्ति के सभी अभिलेखों की जांच के आदेश शासन से प्राप्त हुए हैं. शासन से इतने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की जांच के आदेश आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को संबंधित शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के अभिलेखों की जांच करने के आदेश दिए हैं.
शिक्षकों के अभिलेखों की जांच शुरू. यूपी में इन दिनों फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षकों की जांच की जा रही है. अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद अमूमन प्रत्येक जिले में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर जांच पड़ताल शुरू हो गई है. बलिया में शासन स्तर से 2004 से 2014 के बीच संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से स्नातक और प्रशिक्षण की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 464 शिक्षकों के सभी अभिलेखों की जांच के आदेश दिए गए हैं.
जिले के 17 खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय और एक नगर शिक्षा क्षेत्र के कार्यालय में ये शिक्षक अपने मूल अभिलेख के साथ दो छाया प्रतियों को लेकर पहुंच रहे हैं. हनुमानगंज शिक्षा क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शासन स्तर से 464 शिक्षकों के सभी अभिलेखों की जांच के आदेश प्राप्त हुए हैं. हनुमानगंज शिक्षा क्षेत्र के 16 शिक्षक हैं, जिनके अभिलेखों की जांच शुरू कर दी गई है. सभी शिक्षकों को अभिलेख की छाया प्रति को स्वप्रमाणित करने के उपरांत ही जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.
इन अभिलेखों की होगी जांच
समस्त शिक्षकों,शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के निम्नलिखित अभिलेखों की जांच की जा रही है. शैक्षिक अंकपत्र, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, वेतन भुगतान के आदेश पत्र, नियुक्ति आदेश, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार, पैन कार्ड और बैंक अकाउंट नंबर की डिटेल विभाग को उपलब्ध कराना है. इन सभी अभिलेखों के छाया प्रति को स्वप्रमाणित करने के उपरांत संबंधित प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर कराने के बाद ही कार्यालय में जमा करने के आदेश दिया गया है.
बलिया में 464 शिक्षकों के अभिलेखों की जांच शुरू कर दी गई है जिले के 17 ब्लॉक में 464 शिक्षक तैनात हैं. जिनमें से सबसे अधिक गड़वार ब्लाक में 51 और नगरा ब्लाक में 65 अध्यापकों के अभिलेखों की जांच होगी.