उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बलिया: हार्दिक पटेल के कार्यक्रम को लेकर आयोजक और विरोधी आमने-सामने - hardik Patel program cancelled in ballia

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में युवा चेतना संस्था द्वारा युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था. इस कार्यक्रम को हिंदू जागरण मंच और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से कार्यक्रम को निरस्त करने की मांग की थी. प्रशासन ने भी हिंदू संगठनों की मांग को मानते हुए इस कार्यक्रम को निरस्त कर दिया.

युवा चेतना संस्था और हिंदू संगठन आमने-सामने.

By

Published : Sep 14, 2019, 9:17 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: जिले में शनिवार को युवा चेतना संस्था द्वारा युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हार्दिक पटेल आने वाले थे. प्रशासन ने पहले कार्यक्रम की अनुमति दे दी थी लेकिन बाद में इसे निरस्त कर दिया. इसको लेकर युवा चेतना संस्था के सदस्य हाथों में काली पट्टी बांधकर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे.

युवा चेतना संस्था और हिंदू संगठन आमने-सामने.

प्रशासन ने युवा संवाद कार्यक्रमको किया निरस्त
युवा चेतना संस्था द्वारा युवा संवाद कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, लेकिन लगातार हिंदू संगठनों द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हार्दिक पटेल का विरोध किया जा रहा था. हिंदू जागरण मंच और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से कार्यक्रम को निरस्त करने की मांग की थी. प्रशासन ने भी हिंदू संगठनों की मांग को मानते हुए इस कार्यक्रम को निरस्त कर दिया.

युवा चेतना संस्था और हिंदू संगठन आमने-सामने
कार्यक्रम को निरस्त होने के विरोध में कार्यक्रम आयोजक और युवा चेतना संस्था के सदस्यों ने माल्देपुर मोड़ के पास सड़क पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसी बीच हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने भी हार्दिक पटेल के विरोध को लेकर उग्र हो गए. युवा चेतना के सदस्यों के सामने ही सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. आमने-सामने विरोध की खबर पाकर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और काफी मशक्कत के बाद सभी लोगों को शांत कराया.

इसे भी पढ़ें:- बलिया: तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर से जारी हुआ आय प्रमाण पत्र

ऐसा लगा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर हिंदू युवा वाहिनी के लोग हम लोगों पर हमले करने के लिए आए थे. हम लोग आज के दिन को काला दिवस के रूप में गांधीवादी तरीके से मना रहे थे, लेकिन यह लोग हमारे सामने आकर प्रतिरोध स्वरूप प्रदर्शन करने लगे. यह साफ तौर पर लोकतंत्र की हत्या करना जैसा है.
-रोहित सिंह, संयोजक युवा चेतना संस्था

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details