बलिया: हर साल की तरह इस साल भी गंगा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. गंगा के तेजी से बढ़ते जलस्तर से सड़कों पर कटान होना शुरू हो गई है. इस कारण लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं.
कटान की जद में महावीर घाट की ओर जाने वाली सड़क
नगर पालिका के वार्ड नंबर 11 में मोहम्मदपुर क्षेत्र आता है. जिसकी महावीर घाट की ओर जाने वाली सड़क धीरे-धीरे कटान की जद में आती जा रही है. जिसे रोकने के लिए प्राइवेट जेसीबी बुलाकर सड़क के किनारे पड़े कूड़े के ढेर का सहारा लिया जा रहा है. मोहम्मद पुर गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर है, जो गंगा नदी के किनारे से काफी दूर बना हुआ था. गंगा का जलस्तर बढ़ने से मंदिर का एक हिस्सा गंगा नदी में समा गया है.
क्या है खतरे का बिंदु
बलिया जिला गंगा और घागरा दो नदियों के बीच बसा है. जिले के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार जनपद में गंगा नदी का खतरा बिंदु 57.615 मीटर है. वर्ष 2016 में बाढ़ का उच्चतम स्तर 60.390 मीटर दर्ज किया जा चुका है. वर्तमान में गंगा नदी अपने खतरे से लाल निशान से .575 मीटर ऊपर बह रही है. इसमें लगातार बढ़ाव देखा जा रहा है. वहीं, घाघरा नदी में भी लगातार पानी बढ़ता जा रहा है. घाघरा नदी का खतरा बिंदु 64.01 मीटर है. वर्तमान में घागरा नदी अपने खतरे के निशान से महज 0.350 मीटर दूर है.