बलियाःअपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने DM-SP के छापे में मिले मोबाइल फोन और सिमकार्ड के मामले में बिगड़ते हालात को देखते हुए बलिया जिला जेल अधीक्षक यूपी मिश्रा, जेलर अंजनी गुप्ता को निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है. जबकि, शासन ने जांच के बाद डिप्टी जेलर समेत अन्य दोषियों पर कार्रवाई की संतुति की है. शासन के मुताबिक, निलंबित बलिया जेल अधीक्षक यूपी मिश्रा को डॉ. संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ से संबद्ध किया गया है. बिजनौर के जेल अधीक्षक लाल रत्नाकर सिंह को बलिया की कमान सौंपी है. जबकि, आजमगढ़ के जेलर राजेंद्र सिंह को बलिया जिला जेल का जेलर बनाया गया है.
दरअसल काफी दिनों से जेल में कैदियों के दो गुटों में वर्चस्व की जंग चल रही है. ये गुट जेल के अंदर मोबाइल से लेकर अन्य सामग्रियों को जेल कर्मियों के सहयोग से अंदर मंगाने में सफल हो रहे थे. जेल अधीक्षक इस पर रोक लगाने का प्रयास कर रहे थे. जेल अधीक्षक ने भी यह स्वीकार किया है कि उनके आने से पहले से ही जेल में मोबाइल फोन मौजूद थे. उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि, वह जेल की गंदगी को साफ कर रहे थे. जो कैदियों को अच्छा नहीं लग रहा था. उन्होंने कहा कि इस प्रशासनिक कार्रवाई से उनका मनोबल टूटा नहीं है, लेकिन यह सत्य है कि कैदियों में खुशी का माहौल जरूर है.