बलिया:बलिया में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने से प्रशासन चिंतित है. जिलाधिकारी ने इसको लेकर मुख्यालय में 10 जुलाई तक लॉकडाउन लगा दिया. शुक्रवार से शुरू हुए इस लॉकडाउन का असर सुबह से ही देखने को मिला. दुकानों पर ताले लटके मिले, तो वहीं यातायात पूरी तरीके से बंद रहा.
बलिया में पिछले 10 दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या में एकाएक वृद्धि हुई है, जिसको लेकर जिला प्रशासन ने एहतियातन मुख्यालय और उसके पास के 15 शहरी ग्रामीण इलाकों को एक सप्ताह के लिए फिर से लॉकडाउन कर दिया. इस लॉकडाउन में सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी, जिसमें किराने की दुकान, दवाइयों की दुकान और सब्जियों की दुकान के लिए एक निर्धारित समय तय किया गया है.
दो कोरोना मरीजों की मौत
शुक्रवार को लॉकडाउन के पहले दिन प्रशासन के आदेश का लोगों ने पालन किया. चौक क्षेत्र की सड़कें जहां पर अमूमन इतनी भीड़ होती है कि पैर रखने का जगह नहीं मिलती, वहां सन्नाटा पसरा है. इक्का-दुक्का लोग दवाई लेने के लिए आते-जाते दिखे. पुलिस प्रशासन भी लगातार पेट्रोलिंग कर लोगों को घर में रहने की अपील कर रहा है. गुरुवार को दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत होने के बाद जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया. जिले में अब तक 154 पॉजिटिव केस आ चुके हैं, जिनमें से एल-वन हॉस्पिटल बसंतपुर से 100 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए हैं.
जिलाधिकारी श्री हरी प्रताप शाही ने बताया कि 10 जुलाई तक हम लोग लॉकडाउन लगाकर स्थिति का आकलन करेंगे. उसके बाद यदि ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होती है, तो ग्रामीण नगर पंचायतों को भी लॉकडाउन करेंगे. यदि स्थिति तब भी नहीं कंट्रोल हुई तो पूरे शहर को एक बार फिर लॉकडाउन करने पर विचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यदि इस दौरान पॉजिटिव केस की संख्या नियंत्रण में रही तो बाजारों को खोलने के लिए फेज वाइस रोस्टर का सहारा लिया जाएगा.