बहराइच: जिले में बीते वर्ष 2020 में समस्याएं ज्यादा रहीं. वर्ष के शुरुआत में ही लोग कोविड-19 के खतरे से परेशान होने लगे. भारी संख्या में नागरिक कोविड-19 का शिकार हो गए. 2020 के अंत में जहां जिले के कैसरगंज के लोगों को नगर पंचायत का दर्जा मिला तो लोगों में खुशी की लहर दौड़ी. कैसरगंज का विकास होगा. वहीं दूसरी और नानपारा के लोगों को 2020 में एक बार फिर मायूसी का सामना करना पड़ा, क्योंकि नानपारा वासियों की 30 वर्ष पुरानी नानपारा जिले की मांग पूरी नहीं हो सकी.
बहराइच वासियों को नागरिक समस्याएं ज्यादा दे गया साल 2020
बहराइच वासियों के लिए वर्ष 2020 ज्यादा समस्याओं भरा रहा. नानपारा के लोगों को 2020 में एक बार फिर मायूसी का सामना करना पड़ा, क्योंकि नानपारा वासियों की 30 वर्ष पुरानी नानपारा जिले की मांग पूरी नहीं हो सकी. वहीं नानपारा में रोडवेज डिपो की मांग भी पूरी नहीं हुई.
नानपारा में नहीं बन पाया रोडवेज डिपो
नानपारा में रोडवेज डिपो की मांग भी नहीं पूरी हुई. कोविड-19 के चलते बंद हुई ट्रेनें भी अभी तक नहीं शुरू हो सकी हैं, जिससे यात्रियों को समस्या हो रही है. मिहींपुरवा एवं रुपईडीहा के नागरिकों को भी मायूसी का सामना करना पड़ा, क्योंकि इनके द्वारा नगर पंचायत की मांग की जाती रही है. लेकिन उनकी मांगे भी इस वर्ष पूरी नहीं हो सकी. वर्ष 2020 अपने पीछे जीवन भर याद रहने वाली यादें छोड़ दिया.
2021 कैसा होगा यह तो आने वाला समय तय करेगा फिर भी नानपारा वासियों को इस वर्ष आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि वर्ष 2021 में नानपारा जिला अवश्य बनेगा. इस संबंध में नानपारा जिला बनाओ समिति के वॉलिंटियर इन चीफ मनोज तिवारी कहते हैं कि कोविड-19 के चलते इस बार हमारी मांग पूरी नहीं हुई है. लेकिन पूरी आशा है कि वर्ष 1636 में बसाया गया यह प्राचीन शहर नानपारा 2021 में जिला अवश्य बनेगा.