बहराइच:जीन क्लोनिंग मेडिकल के क्षेत्र में क्रांति का नया माध्यम बनेगा. छात्र छात्राओं को चाहिए कि वह जीन क्लोनिंग से मेडिकल में एग्रीकल्चर के क्षेत्र में रोजगार की नई संभावनाएं तलाश करें. जिससे विज्ञान और कृषि के क्षेत्र में सुधार हो और सरकार इस क्षेत्र में विशेष रूप से ध्यान देने की स्थिति में आए. यह बात भूगोल विद तथा किसान पीजी कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव मेजर डॉक्टर एसपी सिंह ने कॉलेज के प्राणी विज्ञान विभाग में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर कहा. कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि मेजर डॉक्टर सिंह रहे.
कृषि के क्षेत्र में नई जानकारी हासिल कर सरकार को कराएं अवगत
उन्होंने कहा कि अब सरकार नौकरी नहीं देगी, बल्कि नौकरी देने वाली संस्थाओं की सहायता करेगी. इसके लिए युवाओं को चाहिए कि वह जीन क्लोनिंग विज्ञान और कृषि के क्षेत्र में नई जानकारी हासिल करके सरकार को अवगत कराएं. जिससे सरकार ऐसे लोगों की आर्थिक व बौद्धिक सहायता कर सके. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनय सक्सेना ने कार्यशाला के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि कक्षा शिक्षण के साथ-साथ अब विद्यार्थियों को व्यवहारिक शिक्षण दिया जाना भी आवश्यक है. यह ऐसी कार्यशालाओं से ही संभव है. अर्थशास्त्र विभाग के प्रभारी डॉ. राजवीर सिंह ने सभी विषयों को अर्थशास्त्र से जोड़ते हुए कहा कि जब तक विद्यार्थियों का विज्ञान और अर्थशास्त्र मजबूत नहीं होगा. तब तक वह जीवन में कुछ नया नहीं कर पाएंगे.