बहराइच: इस समय पूरे प्रदेश में आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों का शोषण हो रहा है. गोंडा की नगर पालिका का एक लिपिक ठेका कर्मचारियों के ईपीएफ में लाखों की घोटालेबाजी में पकड़ा भी जा चुका है. उसके ऊपर मुकदमा भी लिखाया गया है. अब रिकवरी भी की जाएगी. यही हाल नगर पंचायत जरवल के आउट सोर्सिंग ठेकेदार का होने वाला है. उक्त बातें जरवल नगर पंचायत में गुरुवार की देर शाम भारतीय सफाई कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार बाल्मीकि ने जरवल नगर पंचायत में ठेका कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहीं.
ठेका कर्मचारियों का ईपीएफ जनवरी तक नहीं दिया तो ठीक नहीं होगा: राजकुमार
प्रदेश में ठेका कर्मचारियों के ईपीएफ में घोटालेबाजी को लेकर लोगों में नाराजगी है. बहराइच में भारतीय सफाई कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राज कुमार बाल्मीकि ने कहा कि कर्मचारियों के हितों के साथ खिलवाड़ किया गया तो ठीक नहीं होगा.
इस अवसर पर ठेका के तमाम कर्मचारियों के साथ सफाई कर्मचारियों ने प्रदेश उपाध्यक्ष बाल्मीकि को तीन सूत्रीय मांग पत्र भी दिया. इसमें आउट सोर्सिंग कर्मचारियों का मार्च 2020 से जो ईपीएफ ठेकेदार द्वारा काटा गया है, दिलवाने के साथ नौ दिसम्बर 2020 को मार्ग दुर्घटना में सफाई कर्मचारी बृजलाल की हुई मौत को सरकारी सहायता दिलवाने के अलावा आउट सोर्सिंग कर्मचारियों से जो समय के बाद व समय से पहले जो कार्य करवाया जाता रहा उस पर रोक लगवाई जाए.
प्रदेश उपाध्यक्ष ने ईओ देवकुमार और चेयरमैन प्रतिनिधि इंतजार अहमद उर्फ मिथुन से कहा कि कर्मचारियों के हित से खिलवाड़ हुआ तो ठीक नहीं होगा. साथ ही आउट सोर्सिंग के ठेकेदार रत्नाकर मिश्र को चेतावनी दी कि अगर जनवरी माह तक ठेका कर्मचारियों का बकाया ईपीएफ न दिया गया तो अच्छा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह यूपी में भी आउट सोर्सिंग की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी. यूपी में भी समान कार्य समान वेतन की व्यवस्था प्रदेश के मुख्यमंत्री जी लागू करने वाले हैं. इससे किसी भी कर्मचारी का शोषण नहीं होगा.