बहराइच: लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur violence incident) में मारे गए शहीद किसान दलजीत सिंह और गुरुविंदर सिंह के परिजनों को सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सहायता राशि भेजी. मंगलवार को सपा नेता सरदार कुलदीप सिंह भुल्लर की उपस्थिति में सपा जिलाध्यक्ष बहराइच रामहर्ष यादव और लखीमपुर के सपा जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये के चेक शहीद किसान दलजीत सिंह की पत्नी परमजीत कौर और किसान गुरुविंदर सिंह के पिता सुखविंदर सिंह को बतौर आर्थिक सहायता प्रदान की. इसके अलावा किसान आंदोलन में घायल किसान हरविंदर सिंह को भी एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई है.
लखीमपुर के सपा जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने कहा कि किसान आंदोलन में खीरी के तिकुनिया में शहीद किसानों और घायलों को क्रमशः पांच- पांच लाख रुपये की मदद पहले ही दी जा चुकी है. बहराइच सपा अध्यक्ष ने कहा कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) की बर्खास्तगी तक सपा संसद से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी और शहीद किसानों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी.
किसानों के परिजनों को सपा ने दी आर्थिक मदद बता दें बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर-खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) ने रौंद दिया था. जिसके चलते चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोग भी मारे गए थे. नाराज किसानों ने दो एसयूवी में आग लगा दी. किसानों को रौंदने का आरोप केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा लगा था. हालांकि, उन्हें गिफ्तार कर लिया है. लगातार घटना में शामिल आरोपियों की धरपकड़ जारी है. अब तक मामले में करीब 15 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
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हाल ही में मृतक किसानों के परिजनों ने भी कहा था कि सीएम योगी ने सात दिन के भीतर इस मामले से जुड़े हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था. उस वायदे को पूरा करना चाहिए.आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री को न हटाया जाना इस बात को दिखाता है कि अजय मिश्रा टेनी ने अपने प्रभाव का पूरा इस्तेमाल किया है. क्या आशीष मिश्रा मौके पर गाड़ी में सवार थे, इस बात को लेकर दलजीत के परिवार वालों ने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने उनको वहां से भागते हुए देखा है. इस बात के कई वीडियो गवाह हैं. इस बात में कोई शक नहीं है कि वह वहां थे. दलजीत सिंह के परिजनों का कहना है कि जब तक अजय मिश्रा टेनी केंद्र में मंत्री हैं तब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती.