बहराइच:जिले के नानपारा-मैलानी रेल खंड पर ट्रेनों का संचालन बंद किए जाने के विरोध में हजारों की संख्या में व्यापारियों और लोगों ने रविवार को बिछिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया. लोगों ने रेलवे के इस फैसले का विरोध किया. प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों का यह कहना है कि रेल सेवा बंद हो जाने के बाद क्षेत्र की स्थिति और दयनीय हो जाएगी.
प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोककर जताया विरोध.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लोगों के आवागमन का एकमात्र संसाधन रेल सेवा है, जिसके बंद हो जाने के बाद लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. बता दें, उच्च न्यायालय का वन्य जीव संरक्षण को लेकर रेल सेवा बंद करने का दिया गया आदेश तकरीबन 8 लाख लोगों को प्रभावित करेगा. उच्च न्यायालय के आदेश को लेकर रेलवे बोर्ड ने नानपारा मैलानी रेल प्रखंड पर ट्रेनों का संचालन 16 फरवरी से बंद करने का फैसला किया है.
क्या कहते हैं सांसद
सांसद अक्षयबर लाल गोंड का कहना है कि इस फैसले से लाखों लोगों का जीवन प्रभावित होगा. रेल सेवा के बंद होने से बहराइच, लखीमपुर, पीलीभीत के लाखों लोग प्रभावित होंगे. साथ ही पड़ोसी देश नेपाल के 4 जनपदों के लाखों लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा. भारत-नेपाल सीमा पर बसे तकरीबन लाखों नेपाली नागरिकों के लिए यह ट्रेन लाइफलाइन कही जाती थी. इसी ट्रेन से लोग सफर करके अपनी जरूरतों का सामान खरीदने बाजार जाते थे, लेकिन ट्रेन के बंद होने से आवागमन का कोई दूसरा साधन नहीं होने से लोगों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
सांसद ने पीयूष गोयल से की अपील
यही नहीं, ट्रेन का संचालन बन्द होने से कतर्नियाघाट पर्यटन पर भी भारी असर पड़ेगा. रेल सेवा बहाल बनाए रखने को लेकर जनपद बहराइच और लखीमपुर के भाजपा सांसदों ने रेल मंत्री पीयूष गोयल सहित प्रधानमंत्री से अपील की है. उन्होंने पत्र लिखकर रेल सेवा को बहाल किए जाने की मांग की है. सांसद अक्षयबर लाल गोंड का कहना है कि इस ट्रेन के बंद होने से लाखों जिंदगियां प्रभावित हो जाएंगी. लिहाजा इन ट्रेनों का संचालन बहाल किया जाना चाहिए.
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