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चित्तौरा झील के तट पर जल संचयन एवं संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन

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Published : Feb 12, 2021, 7:11 PM IST

बहराइच जिले में चित्तौरा झील के तट पर जल संचयन एवं संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान पूर्व मंत्री व विधायक अनुपमा जायसवाल ने कहा कि हमें एक-एक बूंद पानी के महत्व को समझना होगा और जल के संरक्षण एवं संचयन की आदतों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करना होगा. उन्होंने कहा कि 'कैच द रैन' परियोजना का मूलभूत उद्देश्य यही है.

चित्तौरा झील के तट पर जल संचयन एवं संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन
चित्तौरा झील के तट पर जल संचयन एवं संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन

बहराइच: राष्ट्रीय जल मिशन के जल आन्दोलन के तहत नेहरू युवा केन्द्र द्वारा संचालित 'कैच द रैन' परियोजना अन्तर्गत महाराजा सुहेलदेव स्मृति स्थल, चित्तौरा झील के तट पर जल संचयन एवं संरक्षण विषयक संगोष्ठी व पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

गोष्ठी के दौरान जिला युवा संसद में उत्कृष्ट स्थान पाने वाले प्रतिभागियों अमरीश दुबे, असरा फातिमा और आदर्श मिश्रा को विधायक सदर द्वारा सम्मानित किया गया, जबकि लोक कलाकार बृजेश पुस्कर द्वारा एकांकी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जल संचयन एवं संरक्षण के महत्व पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री व सदर विधायक अनुपमा जायसवाल ने जल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पुराणों में भी पानी के महत्व का वर्णन किया गया है. धरती पर पीने योग्य पानी की अल्प मात्रा को देखते हुए सभी लोगों की जिम्मेदारी बनती है, जहां भी जैसे भी संभव हो जल के संचयन एवं संरक्षण में सहयोग प्रदान करें.

विधायक अनुपमा जायसवाल ने कहा कि हमें एक-एक बूंद पानी के महत्व को समझना होगा और जल के संरक्षण एवं संचयन की आदतों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करना होगा. उन्होंने कहा कि 'कैच द रैन' परियोजना का मूलभूत उद्देश्य यही है.

विधायक अनुपमा जायसवाल ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव की पावन धरती चित्तौरा झील के तट पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम का संदेश दूर-दूर तक जाएगा. महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल को पर्यटन के रूप में विकसित करने का निर्णय लेने पर विधायक अनुपमा जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद ज्ञापित किया.

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