बहराइच: दिमागी बुखार की दस्तक ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. दिमागी बुखार से जिले में सैकड़ों बच्चे पीड़ित है, जबकि जिला अस्पताल में एक पखवाड़े के दौरान 11 बच्चों की मौत हो चुकी है. खून के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि खून के नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा कि बच्चों की मौत दिमागी बुखार से हो रही है या सामान्य बुखार से. जिला अस्पताल में आज 44 बच्चे उपचार के लिए भर्ती कराए गए हैं.
बहराइच: दिमागी बुखार के प्रकोप से जिले में अबतक 11 बच्चों की मौत !
जिले में जापानी बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इस बुखार से अबतक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि बच्चों के खून के नमूने जांच के लिये भेजे गये हैं. उनकी मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
बहराइच में दिमागी बुखार से 11 बच्चों की मौत
दिमागी बुखार का बढ़ता प्रकोप
- जनपद बहराइच दिमागी बुखार और जापानी इंसेफेलाइटिस से प्रभावित जिलों में शामिल है.
- यहां हर साल सैकड़ों बच्चे दिमागी बुखार से पीड़ित होते हैं,जबकि दर्जनों हर साल मौत के गाल में समा जाते हैं.
- मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में एक पखवारे के दौरान 713 बच्चे भर्ती किए गए हैं.
- जिनमें से 11 बच्चों की मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि बच्चों की मौत तेज बुखार के चलते हुई है.
- पीड़ित बच्चों के खून के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं.
- रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा यह मौतें जापानी इंसेफेलाइटिस या सामान्य बुखार से हुई है.
- उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में 44 बच्चे भर्ती किए गए हैं जिनका उपचार किया जा रहा है.
- उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में ये बच्चे पड़ोसी जिलों से उपचार के लिए भर्ती किए जाते हैं.
- ग्रामीण इलाकों में हालत गंभीर होने पर बच्चों को जिला अस्पताल लाया जाता है, जिसके चलते को बच्चों की मौत हो जाती है,
- उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में स्टॉफ और दवाओं की कोई कमी नहीं है .