बहराइच:तराई में बसा बहराइच जनपद संचारी रोगों का प्रतिवर्ष शिकार होता रहा है. मस्तिक ज्वर, दिमागी बुखार और डेंगू जैसे बीमारियों की चपेट में आकर जिले में प्रतिवर्ष दर्जनों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है. इस बार शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन संचारी रोगों को लेकर सक्रिय हो गया है. कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं कृमि मुक्ति दिवस के सफल क्रियान्वयन के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें स्वास्थ विभाग, पशुपालन विभाग सहित अनेकों विभागों के अधिकारी शामिल हुए.
बहराइच: संचारी रोगों से बचाव को लेकर डीएम ने दिए दिशा-निर्देश
यूपी के बहराइच जिले में संचारी रोगों को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है. जिलाधिकारी शंभू कुमार ने शासन के निर्देश के अनुसार कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर-घर जाकर संचारी रोगों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश सिंह ने बताया कि जिले में 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक आयोजित राष्ट्रीय कृमि दिवस के संबंध में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अंतर विभागीय समन्वय बैठक आयोजित की गई. उन्होंने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जनपद के 11 विभागों का राज्य स्तर से प्रशिक्षण कराया जाएगा. इसके अतिरिक्त 29 सितंबर से ब्लॉक स्तर के समस्त कर्मचारियों, प्रधानों आदि का भी प्रशिक्षण कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के कारण उद्घाटन कार्यक्रम नहीं किया जाएगा. अभियान के दौरान सम्मिलित समस्त 11 विभाग संचारी रोगों से बचाव के लिए कार योजना के आधार पर कार्य करेंगे. उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर तक आशा वर्कर्स घर-घर जाकर दस्तक अभियान के तहत लोगों के बारे में जानकारी जुटाएंगी.
जिलाधिकारी शंभू कुमार ने बताया कि शासन की निश्चित दिशा निर्देश के अनुसार कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए घर घर जाकर संचारी रोगों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक किया जाए. लक्षण युक्त मरीजों की लाइन लिस्टिंग करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तत्काल सूचित किया जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान के दौरान फरवरी माह से अगस्त माह तक के जन्मे बच्चों को भी लाइन लिस्टिंग किया जाए. जिससे 15 अक्टूबर के बाद कार्य योजना बनाकर इन बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जा सके. जिलाधिकारी शंभू कुमार ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि कार्य योजना के अनुसार स्वच्छता, सफाई, एंटी लार्वा छिड़काव, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, सूअर बाडो के संचालकों का संवेदीकरण अधिकार लक्ष्य के अनुरूप सुनिश्चित कराया जाए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह फ्रंटलाइन वर्करों का समय से प्रशिक्षण कराकर जन समुदाय को इस संबंध में जागरूक करें.