बहराइच: चित्तौरा झील के तट पर महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल को संवारा जा रहा है. 16 फरवरी का दिन यादगार बनाने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक अपने स्तर से तैयारियाें में जुटा हुआ है. शाम को असंख्य दीपों से चित्तौरा झील का तट जगमग होगा तो साहित्य व काव्य का समागम भी होगा. कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिस्सा लेंगे.
महाराजा सुहेलदेव की जयंती को पूरे प्रदेश में मनाने की तैयारी है. इसका केंद्र बिंदु चित्तौरा रहेगा. कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. दिन में प्रधानमंत्री के वर्चुअल कार्यक्रम के लिए अत्याधुनिक एलईडी लगाई जाएगी. दोपहर बाद राष्ट्रीय कवि सम्मेलन शुरू होगा. सूरज ढलते ही झील के तट पर असंख्य दीप जलाए जाएंगे.
गुरुवार को मंडलायुक्त एसवीएस रंगाराव व डीआईजी डॉ. राकेश सिंह ने हाईलेवल मीटिंग की. इसमें उन्होंने हेलीपैड, कार्यक्रम स्थल व सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कहा कि कोई भी तैयारी अधूरी नहीं होनी चाहिए. समय रहते पूरा हो जाना चाहिए.
बैठक में डीएम शंभु कुमार, पीडी अनिल कुमार सिंह, डीडीओ राजेश कुमार मिश्र समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे. राज्यपाल व मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं. हेलीपैड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार किया गया है.
सीएम के कार्यक्रम में शामिल होंगे 50 हजार लोग
सीएम के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर लोग हिस्सा लेंगे. प्रशासन के साथ ही भाजपाई भी सुहेलदेव स्मारक स्थल पर अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने को लेकर संवाद कर रहे हैं. लगभग 50 हजार लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा को देखते हुए परिचय पत्र भी बनाए जा रहे हैं ताकि लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिक्कत न हो.