बहराइच : 16 फरवरी को चित्तौरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा हुई थी. सीएम के आगमन से पहले खामियों को छुपाने के लिए लाखों का निर्माण दिखाकर सरकारी धन की बंदरबाट की गई.
इसी क्रम में पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुहेलनगर मसीहाबाद में चहारदीवारी के साथ शौचालय व सुंदरीकरण के कार्य किए गए थे लेकिन बिना नींव के बनाई गई चहारदीवारी रेत के महल की तरह ढह गई.
ढह गई भ्रष्टाचार से बनी चहारदीवारी हादसे में छात्र-छात्राएं बच्चे बाल-बाल बच गए. पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुहेलनगर मसीहाबाद में कुल 147 बच्चे अध्ययनरत हैं. इनमें 67 छात्राएं व 80 छात्र शामिल हैं. फरवरी माह में ग्राम पंचायत विभाग ने लाखों की लागत से चहारदीवारी निर्माण का काम पयागपुर निवासी ठेकेदार को सौंपा था.
आरोप है कि ठेकेदार ने बिना नींव खुदवाए ही विद्यालय की चहारदीवारी का निर्माण कर लाखों की रकम डकार ली. मानक को दरकिनार कर बनाई गई. चहारदीवारी 6 दिन पूर्व अचानक रेत के किले की तरह ढह गई.
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विद्यालय में लाखों की लागत से शौचालय का भी निर्माण कराने का काम शुरू कराया गया लेकिन सीएम के जाने के बाद निर्माण कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया. इससे विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर पा रही हैं.
विद्यालय में तैनात शिक्षिका मंजू ने बताया की बची हुई चहारदीवारी में भी दरारें पड़ीं हैं जो कभी भी गिर सकती हैं. चहारदीवारी ढहने से विद्यालय में चोरी की आशंका बनी रहती है.
12 नवंबर को विद्यालय में चोरी हो चुकी है. स्थानीय निवासी सीताराम ने बताया की फरवरी में मुख्यमंत्री के आने से पहले आनन-फानन दीवाल उठाई गई थी. इसीलिए गिर गई. छोटू वर्मा ने भी यही बताया की जब मुख्यमंत्री आने वाले थे, तभी यह दीवाल बनाई गई थी.
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