बहराइच : जिले में प्रधानमंत्री स्वनिधि ऋण योजना की समीक्षा के लिए मंगलवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई. समीक्षा की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने ऋण योजना की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सभी बैंकों को निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि सम्बन्धित नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों के साथ समुचित समन्वय बनाते हुए प्रकरणों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें.
ऋण योजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश
ऋण योजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि 1,107 आवेदन ऐसे हैं जिन्हें सम्बन्धित बैकों के द्वारा समय से नहीं पहुंचाने और अपेक्षित अभिलेख में कमी के कारण अस्वीकृत किया गया है. इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने बैंकों को निर्देश देते हुए कहा कि अस्वीकृत किये गये आवेदन-पत्रों का पुनरावलोकन कर अभ्यर्थियों से वांछित अभिलेख प्राप्त कर निस्तारण सुनिश्चित करें.
जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने कहा कि नगर क्षेत्रान्तर्गत कोविड-19 महामारी के कारण आर्थिक रूप से कमजोर हुए ठेला, पटरी, रेहड़ी, दुकानदारों को आत्मनिर्भर बनाये जाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा स्वनिधि योजना के तहत 10 हजार रुपये का ऋण प्रदान किया जा रहा है. इसलिए सभी बैंक योजना से सम्बन्धित आवेदन-पत्रों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर उनके स्वीकृति की कार्रवाई करें.
बैंकवार और शाखावार की समीक्षा करते रहने के निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक दशा में मार्च 2021 में ऋण वितरण के लिए निर्धारित लक्ष्य 4,316 को पूर्ण करना सुनिश्चित करें. वहीं समीक्षा के दौरान पाया गया कि निर्धारित लक्ष्य 4,316 के सापेक्ष अब तक 2,056 प्रकरणों को स्वीकृत कर 1,822 का वितरण किया गया है. यह स्थिति अन्य जनपदों के सापेक्ष ठीक न होने के कारण योजना के तहत जिले की रैंकिंग प्रभावित हुई है. श्री कुमार ने सभी बैंक प्रबन्धकों को इस स्थिति में सुधार लाये जाने के साथ-साथ लीड बैंक प्रबन्धक को बैंकवार और शाखावार समीक्षा करते रहने के निर्देश दिए.