बागपत: सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के तितरौदा गांव में चोरी कर बुजुर्ग की हत्या करने वाले तीन बदमाशों की शुक्रवार देर रात पुलिस से मुठभेड़ हो गई. तीनों बदमाशों ने पुलिस फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए, जबकि तीसरा बदमाश फरार हो गया.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र में 16 जून की रात 65 वर्षीय किसान इलम सिंह की घर में हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद बुजुर्ग के पैर बंधे मिले थे, जबकि अलमारी से 60 हजार रुपये की नगदी गायब थी. बुजुर्ग के रुपयों के लेन-देन संबंधी कागजात भी गायब मिले थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया. मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी थी. उधर, शुक्रवार को सिंघावली अहीर पुलिस तेडा पुलिस चौकी के पास चेकिंग कर रही थी, उसी समय तीन संदिग्ध युवक आते हुए दिखाई दिए.
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पुलिस ने तीनों को रोकने का प्रयास किया, जिस पर वे फायरिंग कर भागने लगे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए. एक का नाम सीताराम और दूसरे का नाम बबलू है. तीसरा बदमाश फुरकान फरार हो गया. दोनों बदमाशों ने ही बुजुर्ग इलम सिंह की हत्या कर 60 हजार रुपये व कागजात चोरी कर लिए थे. इनके पास से पुलिस ने 37 हजार रुपये, दो तमंचे, दो जिंदा कारतूस, दो खोका कारतूस और एक बाइक बरामद की है. फिलहाल दोनों आरोपियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों तितरौदा के रहने वाले हैं.
दोनों आरोपियों ने कबूल किया जुर्म
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने इलम सिंह की हत्या की घटना स्वीकार करते हुए बताया कि इलम सिंह ब्याज में रुपये देने का काम करते थे. आरोपी बबलू के पिता ने 3 साल पहले इलम सिंह से 17 हजार रुपये ब्याज पर लिए थे, जिन्हें ब्याज सहित 50 हजार रुपये वापस करने पड़े थे. इलम सिंह द्वारा मनमाने तरीके से ब्याज वसूलने के कारोबार से बबलू ईर्ष्या करता था. इसी कारण बबलू ने अपने साथियों के साथ मिलकर इलम सिंह की हत्या कर मनमाने ब्याज वसूलने के कारोबार को खत्म करने की योजना बनाई थी.
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योजना के अनुसार, बबलू, सीताराम व फुरकान ने 16 जून की रात घर में घुसकर तमंचे के बट से सिर में चोट पहुंचाकर इलम सिंह की हत्या कर दी और घर में रखे 60 हजार रुपये, जेवरात एवं लेनदेन का बहीखाता चोरी कर लिया ताकि किसी ग्रामवासी को मनमाना ब्याज न चुकाना पड़े.