बागपत: कोरोना काल में अनलॉक होने पर महिला जनसुनवाई की समीक्षा करने बागपत पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचीं राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने महिलाओं की समस्याएं सुनीं. इस दौरान उन्होंने जिले के अधिकारियों के साथ मीटिंग करके महिला से सम्बंधित मामलों में सख्त कारवाई करने निर्देश दिएं.
बागपत: राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने की जनसुनवाई
उत्तर प्रदेश के बागपत में महिला जन सुनवाई की समीक्षा करने राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे समीक्षा करा रही हैं कि कोरोना काल में 20 मार्च से अब तक महिलाओं से सम्बंधित मामले बढ़े नहीं हैं.
महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि महिलाओं से सम्बंधित मामलों को अधिकारी हल्के में न लें ओर त्वरित कार्रवाई की जाए, क्योंकि पहले छेड़छाड़ और फिर बड़ी घटनाएं होती हैं. उन्होंने कहा कि 20 मार्च 2020 से महिला जनसुनवाई के कार्यक्रम नहीं हो पा रहे थे, क्योंकि यातायात व्यवस्था भी बन्द होने के चलते वे कहीं पर नहीं जा पा रही थीं. उन्होंने कहा कि वह एक सर्वे से पता लगा रही हैं कि महिला थाना या 181 पर कितने केस कॉविड-19 के चलते आए हैं और किस तरह की हिंसा के मामले इस दौरान बढ़े हैं.
सुषमा सिंह ने कहा कि आने वाले समय के लिए एक रूपरेखा तैयार की जा रही है कि महिलाओं से सम्बंधित अपराधों का त्वरित निस्तारण किया जाए. इसके लिए एक वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा. हर जनपद में ग्रुप में जो जिम्मेदार सीओ होंगे वह अपने थानों से सम्पर्क कर त्वरित कार्रवाई कर मामले का निस्तारण करेंगे. उन्होंने ट्रिपल तलाक के मामलों पर भी बोलते हुए कहा कि अलग-अलग तरह के मामले सामने आए हैं, जिनमें प्रॉपर्टी, घरेलू हिंसा शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वे समीक्षा करा रही हैं कि कोरोना काल में 20 मार्च से अब तक महिलाओं से सम्बंधित मामले बढ़े नहीं हैं और इस दौरान आयोग में ट्रिपल तलाक के इतने मामले सामने नहीं आए हैं, जितने की पहले आते थे, क्योंकि पुलिस प्रशासन भी कोविड-19 के चलते एक्टिव रहा है.