बागपत: बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के खेड़ी प्रधान गांव के यमुना खादर में एसडीएम दुर्गेश कुमारा मिश्रा ने पुलिस टीम के साथ मिलकर छापेमारी की. छापेमारी की सूचना से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया. इस दौरान खनन माफिया हरियाणा की तरफ फरार हो गए.
बता दें कि पुलिस और प्रशासन को काफी समय से किसानों की शिकायत मिल रही थी कि हरियाणा के खनन माफियाओं द्वारा यूपी-हरियाणा की सीमा में बालू खनन किया जा रहा है. यमुना नदी की धारा मोड़ने की वजह से किसानों के खेतों में भी पानी भरा हुआ है. खनन माफियाओं के द्वारा यमुना नदी पर अवैध रूप से एक पुल भी बनाया गया था, जिसे प्रशासन ने पॉर्कलेन मशीनों के द्वारा ध्वस्त कराया.
प्रशासन की कार्रवाई के बाद से बालू खनन करने वाले माफियाओं में हड़कंप मच गया. पुलिस ने मौके से बालू खनन करने वाली पोर्कलेन मशीनों समेत डंपर भी सीज कर दिया. वहीं आला अधिकारी बालू खनन क्षेत्र की पैमाइश करा कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
एसडीएम दुर्गेश कुमारा मिश्रा ने बताया कि सूचना थी कि हरियाणा के कुछ पट्टे दार हैं, जो यमुना नदी की धारा को मोड़ रहे हैं. धारा को मोड़ने के कारण उसका पानी अपना रूप बदल रहा है और उत्तर प्रदेश की तरफ प्रवाहित होकर के खेतों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है.
ये भी सूचना थी कि ये लोग हमारे क्षेत्र में भी खनन करने का प्रयास कर रहे हैं. इसी के दृष्टिगत शनिवार को अचानक यहां छापेमारी की गई और पांच जेसीबी मशीन को सीज कर दिया गया. मौके से आरोपी भाग गए. मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.