उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

By

Published : Jul 3, 2023, 8:14 PM IST

ETV Bharat / state

बागपत में जयंत चौधरी ने यज्ञ में दी आहुति, बोले- आस्तित्व की लड़ाई लड़ने वाला पैदा होते ही स्वाहा हो गया

बागपत जिले में राज्यसभा सांसद व RLD सुप्रीमो जयंत चौधरी ने किसान भवन का उद्घाटन किया. मंदिर से सटे इस किसान भवन के उद्घाटन अवसर पर पहले यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें RLD सुप्रीमो जयंत चौधरी ने आहूति दी.

RLD सुप्रीमो जयंत चौधरी
RLD सुप्रीमो जयंत चौधरी

राज्यसभा सांसद व आरएलडी सुप्रीमो जयंत चौधरी

बागपतःराज्यसभा सांसद व RLD सुप्रीमो जयंत चौधरी ने सोमवार को ऐतिहासिक पुरा महादेव गांव में फीता काटकर किसान भवन का उद्घाटन किया. बाद में इसकी मंदिर कमेटी को यह भवन दान दिया गया. इसके बाद एक सभा का भी आयोजन किया गया. सभा में बोलते हुए राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि हम सभी पर भगवान आशुतोष की कृपा बनी रहे, अच्छी बारिश हो ताकि किसानों की फसलों को लाभ मिले. इस दौरान जयंत चौधरी को उनके वजन के बराबर धनराशि दी गई, जिसे उन्होंने मन्दिर कमेटी को ही दान दे दिया.

जयंत चौधरी ने कहा कि एक वो वर्ग है जो बेहद चिंतित है, जो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. वह पैदा होते ही स्वाहा हो गया. किसान और मजदूरों का तो सबकुछ दान ही हो जाता है. उन्होंने कहा कि गैर बराबरी की भावना तेजी से घर कर रही है. 2019-20 में कोरोना आया तो एक बड़े और सीमित वर्ग को बड़ा फायदा हुआ. एक तरफ रोजगार कम हो रहा है, काम कमजोर हुए हैं लोगों के तो दूसरी ओर चंद लोगों के हाथ में पूरी अर्थव्यवस्था आ गई है. उन्होंने कहा कि हमारे फैसलों की कमी है, जिससे कमजोर तबका और कमजोर हो गया और समिति वर्ग के लोग और ताकतवर हो गए हैं. कैसे हम लोग अपना सामर्थ्य, गिनती बढ़ाए, भेदभाव हटाएं.

राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने बीजेपी से गठबंधन के सवाल को गोलमोल करते हुए कहा कि 'क्या आप ये चाहते हैं कि मैं नया सूट सिलवाऊं?' महाराष्ट्र मामले पर उन्होंने कहा कि ऐसा राजनीति में पहली बार नहीं हो रहा है. वहीं, अखिलेश द्वारा किए गए ट्वीट पर जयंत चौधरी ने कहा कि उनका इशारा महाराष्ट्र की ओर हो सकता है. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के बयान पर उन्होंने कहा कि उनके कहने से क्या होता है. यूसीसी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यूसीसी का अभी कोई स्वरूप नहीं है. इसके स्वरूप के बारे में अभी कोई नहीं जानता. इस बारे में अभी कोई चर्चा नहीं की जा सकती. आधुनिक भारत में, लोकतंत्र में महिला, पुरुष दोनों को समान अधिकार मिलने चाहिए. अगर महिलाओं का किसी भी मान्यता के तहत अपमान होता है तो यह सही नहीं है.

पढ़ेंः सियासी दलों के लोकसभा चुनाव में बदलते रहे साथी, जानिए क्या 2024 में बदलेंगी परिस्थितियां

ABOUT THE AUTHOR

...view details