बागपत: जिला निवासी राजेंद्र सिंह पर्यावरण एवं जल संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य करने की वजह से आज पूरे विश्व में 'जल पुरुष' के नाम से जाने जाते हैं. राजेंद्र सिंह को हाल ही में जल संरक्षण के लिए अमेरिका की तरफ से ग्लोबल अर्थ रिपेयर पुरस्कार से नवाजा गया है. राजेंद्र सिंह को अब तक पांच बड़े इंटरनेशनल पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.
- बागपत के डोला गांव के रहने वाले राजेंद्र सिंह ने बागपत का ही नहीं, बल्कि देश का भी नाम रोशन किया है.
- उन्होंने विश्व में पर्यावरण एवं जन संरक्षण की दिशा में कार्य करते हुए ग्लोबल अर्थ रिपेयर पुरस्कार प्राप्त किया है.
- जिले के एक छोटे से गांव डोला गांव में जन्मे राजेंद्र सिंह वर्ष 1980 में आयुर्वेदिक चिकित्सा के रूप में नौकरी करने के लिए राजस्थान गए थे.
- इंसान का इलाज छोड़कर धरती का इलाज करना शुरू कर दिया.
- 3 साल तक लगातार काम करने के बाद बारिश के पानी को एकत्र कर धरती का पेट भरा.
- आज राजेंद्र सिंह ने राजस्थान के करीब 1,200 गांवों को खुशहाल कर दिया है.
6,500 कुओं का किया निर्माण
- शुरुआती दौर में वह इस मुहिम में अकेले थे, लेकिन गांव के लोग जोड़ कर उन्होंने जल संरचना का काम शुरू किया और धीरे-धीरे बढ़ते चले गए.
- राजेंद्र सिंह की वजह से बंजर धरती पर हरी-भरी फसलें लहराने लगीं.
- जल संरक्षण कार्य से उन्होंने 6,500 कुओं और तालाबों का निर्माण किया.
- इसके अलावा राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की नदियों को पुनर्जीवित किया है.
- यही वजह है कि उनके प्रयासों से राजस्थान में 1,200 गांव में पानी की कोई कमी नहीं होती है.