बागपत: शनिवार को कश्मीर के शोपियां मे सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. इस मुठभेड़ में पिंकू कुमार शहीद हो गए, जबकि 2 अन्य जवान घायल हो गए. सेना के अधिकारियों ने पिंकू की शहादत की खबर रात के वक्त परिजनों को दी थी. परिवार में सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है.
आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुआ बागपत का लाल पिंकू कुमार
कश्मीर के वानगाम शोपियां में हुए आतंकी हमले में सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया, लेकिन इस मुठभेड़ में बागपत के लुहारी गांव के पिंकू कुमार शहीद हो गए. रात के वक्त परिजनों को बेटे की शहादत की सूचना मिली तो परिवार में कोहराम मच गया.
जिले में बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के लुहारी गांव के रहने वाले पिंकू कुमार 2001 में 6 जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. 2005 में उनकी शादी मुजफ्फरनगर के सोरम गोयला गांव की रहने वाली कविता से हुई थी. परिवार में पिता जबर सिंह, मां कमलेश देवी, पत्नी कविता,10 साल की बेटी अंजलि, 8 साल की बेटी शैली और 8 महीने का बेटा अर्णव है.
शहीद पिंकू की पत्नी ने बताया कि " उनती नौकरी को 20 साल हो गए है. हमारे 3 हैं. दो लड़की एक लड़का. बेटा अभी छोटा है. बच्चों की परवरिश कैसे कर पाउंगी. बच्चों के लिए सरकार मदद करें." शहीद के पिता जबर सिंह ने कहा कि मेरा बेटा कश्मीर में तैनात था. रात करीब 11 बजे फोन आया था. उन्होंने बताया कि आपका बेटा देश के लिए शहिद हो गया है. हम सरकार से चाहते हैं कि पिंकू के बच्चों को सुविधाएं मिल जाए."