बागपतः जिले के एक प्राइवेट अस्पताल में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब एक परिवार ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही से उनकी मासूम बच्ची की जान चली गई. इससे गुस्साए बच्ची के परिजनों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ करते हुए सामान को सड़क पर फेंक दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है. वहीं चिकित्सक पीड़ितों की ही लापरवाही बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
6 साल की थी मासूम
कोतवाली क्षेत्र के गौरीपुर गांव निवासी नितिन चौहान की 6 साल की बेटी को तेज बुखार था. परिजन बड़ौत के वीर बाल चिकित्सालय में डॉ. विनोद जैन के यहां भर्ती कराने पहुंचे थे. आरोप है कि डॉक्टर ने लापरवाही की और दोपहर से रात तक डॉक्टर ने उपचार नहीं किया. मासूम की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. इसके बाद सूचना पर एसएचओ बड़ौत पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे ओर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. वहीं अस्पताल के डॉक्टर उल्टे पीड़ितों की ही लापरवाही बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.