बागपत: कश्मीर के शोपियां के वनगाम क्षेत्र में बागपत जिले के लुहारी गांव के पिंकू दांगी आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. शनिवार रात सेना के जवानों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ के दौरान उनकी शहादत हुई. इस मुठभेड़ में दो आतंकी भी मारे गए, जबकि एक जवान घायल है. सोमवार को पिंकू दांगी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लुहारी पहुंचा. वीर सपूत को श्रद्धांजलि देने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. शहर से लेकर गांव तक की गलियों में रिंकू दांगी अमर रहे के नारे गूंज रहे थे.
राष्ट्रीय सम्मान के साथ हुआ पिंकू दांगी का अंतिम संस्कार, सरकार ने की ये घोषणा - army jawan pinku dangi encounter with terrorists
आतंकी हमले में शहीद हुए बागपत के लाल हवलदार पिंकू दांगी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा. उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर हुजूम उमड़ पड़ा. शहीद पिंकू दांगी के परिवार को प्रदेश सरकार की तरफ से 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की गई है.
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कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए पिंकू दांगी
वीर सपूत की शव यात्रा में बागपत से बीजेपी सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह, बीजेपी के विधायक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए. गांव के लाल की शहादत से गांव का माहौल गमगीन रहा. शहीद पिंकू दांगी का अंतिम संस्कार राष्ट्रीय सम्मान के साथ यमुना खादर में किया गया. जिलाधिकारी ने बताया कि शहीद पिंकू दांगी के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदेश सरकार की तरफ से दी गई है. इसमें 35 लाख रुपये उनकी पत्नी, जबकि 15 लाख रुपये उनके माता-पिता को दिए गए हैं. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा प्रदेश सरकार ने की है. गांव की एक सड़क का निर्माण शहीद पिंकू दांगी के नाम से किया जाएगा.