बागपत: सीमेंट व्यापारी प्रदीप शर्मा की हत्त्या का बड़ौत पुलिस ने खुलासा किया है. कुख्यात बदमाश उधम करनावल के गैंग के सदस्य ने साथी के साथ मिलकर रंगदारी का विरोध करने पर प्रदीप शर्मा की हत्त्या की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पूरा घटनाक्रम
एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि छपरौली थाना क्षेत्र के शबगा गांव का रहने वाला कमल पंवार पुत्र महीपाल सिंह और शामली कस्बे में लाइन पार रहने वाला बंटी कुख्यात उधम करनावल गिरोह के शातिर अपराधी है. कुछ समय से कमल कुख्यात उधम से अलग हो गया था. उसने अपने नाम से रंगदारी मांगनी शुरू कर दी थी. कमल नौ अक्टूबर की शाम अपने साथी बंटी के साथ बड़ौत में सीमेंट व्यवसायी प्रदीप शर्मा की दुकान पर पहुंचा और रंगदारी मांगी. इस दौरान दोनों की प्रदीप शर्मा से कहासुनी और हाथापाई हो गई. कमल और बंटी गल्ले में रखे रुपए उठाकर दुकान से बाहर भागे तो प्रदीप शर्मा ने उनका पीछा किया. इस पर कमल ने तमंचे से प्रदीप शर्मा पर फायर झोंक दिया. प्रदीप घायल होकर जमीन पर गिर गए. दोनों बदमाश कैनाल नहर की पटरी से होते हुए हाईवे पर पहुंचे और वहां से शबगा चले गए. बंटी ने कमल को शबगा के जंगल में छोड़ दिया और खुद रात के समय ही शामली पहुंच गया. उपचार के दौरान प्रदीप शर्मा की मौत हो गई थी.
पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश
एसपी ने बताया कि घटना के जांच के लिए गठित टीमें लगातार घटनास्थल के आस-पास और दूसरे रास्तों पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से बदमाशों की पहचान कर रही थी. फुटेज में बाइक पर अपने साथी के साथ जा रहे दोनों युवकों में से एक की पहचान कमल पंवार निवासी शबगा के रूप में हुई, जिसके बाद पुलिस ने कमल की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए. शनिवार को पुलिस ने कमल को शबगा-जागोस मार्ग से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा और उसके हिस्से में आए लूट के 25 हजार रुपए बरामद किए गए हैं. कमल के खिलाफ 12 से ज्यादा अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें तीन हत्या के मुकदमें भी शामिल हैं.
बागपत के थाना बड़ौत के बिनोली रोड मार्किट पर 9 अक्टूबर को प्रदीप आत्रेय नाम के एक सीमेंन्ट व्यापारी की दो अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्त्या कर दी. इस प्रकरण में 82 हजार रुपये लुटे जाने और हत्त्या करने के संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले की जांच के लिए 4 टीमें गठित की गई थी. आरोपी कमल शबका ने पूछताछ में बताया कि वो उधम सिंह करनावल गैंग का मेंबर है और उसके लिए वो कई सारी वारदातों को अंजाम दे चुका है. उधम सिंह से अलग होकर वह अपना नाम कमाना चाहता था, जिसको लेकर उसने रंगदारी मांगनी शुरू की थी. कमल शबका के साथ जो दूसरा व्यक्ति था उसका बंटी बताया जा रहा है जो शामली का रहने वाला है. पुलिस बंटी की तलाश कर रही है.