बदायूं : गुरुवार से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की परीक्षा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. बुधवार से प्रदेश के शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की कमी हो सकती है. आंदोलनकारी शिक्षकों का कहना है कि वह अपनी मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखेंगे और बोर्ड परीक्षाओं का बहिष्कार करेंगे.
यूपी बोर्ड परीक्षाओं पर हो सकता है महाहड़ताल का असर - शिक्षकों की हड़ताल
परीक्षाओं के शुरू होने से ठीक पहले बुधवार को ही बेसिक शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है.
प्रदेश में गुरुवार से बोर्ड की परीक्षायें शुरू हो रही हैं. परीक्षा केंद्रों पर सिटिंग प्लान के अनुसार छात्रों के बैठने की व्यवस्था की गई है. हर कमरे में सीसीटीवी रिकार्डिंग और वॉइस रिकॉर्डर की भी व्यवस्था की गई है, जिससे नकल विहीन परीक्षा को संपन्न करवाई जा सके. वहीं इन परीक्षाओं के शुरू होने से ठीक पहले बुधवार को ही बेसिक शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है. बोर्ड परीक्षायें हर साल दो पाली में आयोजित की जाती हैं. इसमें कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी के लिये काफी संख्या में बेसिक शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन इस बार हड़ताल की वजह से बोर्ड परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षकों को लेकर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
वहीं आंदोलन कर रहे शिक्षकों ने काफी बड़ी संख्या में बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर धरना दिया. उनका कहना है कि हमारा आंदोलन 6 तारीख से ले कर 12 तारीख तक चलता रहेगा. इस दौरान शिक्षक सभी सरकारी कार्यों का बहिष्कार करेंगे. हम लोग बोर्ड परीक्षाओं में भी ड्यूटी नहीं करेंगे. जब तक हमारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग नहीं मानी जाती है, तब तक हम किसी प्रकार के सरकारी कार्य मे कोई सहयोग नहीं करेंगे.