बदायूं:जनपद के उसावां थाना क्षेत्र एमएफ हाइवे पर तीन महीने पहले उदैया नगला प्रधान की वाहन से कुचलकर हत्या करायी गयी थी. प्रधान के साथ हुआ हादसा, आकस्मिक नहीं बल्कि गांव के ही हिस्ट्रीशीटर की सोची समझी साजिश थी. लगभग 90 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि राजबहादुर की हत्या गांव के ही हिस्ट्रीशीटर अवधेश, उसके चाचा और चचेरे भाइयों ने कराई थी. थानाध्यक्ष महेंद्र सिंह ने कहा कि इस केस में पुलिस ने चार में से दो मुख्य अभियुक्तों को रविवार को गिरफ्तार किया है.
ऐसे मिली पुलिस को सफलता: पिछले साल छह दिसंबर को उदैया नगला प्रधान राजबहादुर शाम साढ़े चार बजे कस्बा के पूर्व स्थित भारत पेट्रोल पंप से तेल लेकर लौट रहे थे. इसी बीच बोलेरो गाड़ी ने गलत दिशा में जाकर उनको टक्कर मार दी. हादसे के बाद उसमें सवार चारों लोग कार छोड़कर रफूचक्कर हो गए. प्रधान की मौके पर ही मौत हो गई थी. उसी समय प्रधान की पत्नी सुनहरी देवी ने एक्सीडेंट की रिपोर्ट दर्ज करायी थी.
प्रधान पक्ष के लोगों को हत्या की आशंका हुई, तो उन्होंने एसएसपी के यहां शिकायत की और हत्या के दृष्टिकोण से जांच करने की मांग की. इस बीच कई ऐसे सीसीटीवी फुटेज और वीडियो भी पीड़ित पक्ष के हाथ लगे, जिनसे हत्या की थ्योरी और मजबूत हो गयी. जांच के दौरान पीड़ित पक्ष ने पुलिस को ये वीडियो क्लिप सौंपे. इनमें गाड़ी प्रधान के इर्दगिर्द नजर आ रही थी, तो पुलिस ने भी सक्रियता दिखाई. पुलिस गाड़ी के पहले वाहन मालिक को ट्रेस किया. तहकीकात में पुलिस को जानकारी मिली कि यह गाड़ी सितंबर में आरोपियों ने खरीदी थी. गाड़ी से हुए प्रधान का पीछा करना शुरू किया गया और मौका पाकर छह दिसंबर को प्रधान को गाड़ी से कुचल दिया गया.