बदायूं:दातागंज तहसील क्षेत्र के गांव नौनी टिकन्ना के कुछ ग्रामीणों ने समाधान दिवस के मौके परएसडीएम दातागंज कुंवर बहादुर सिंह को शिकायती पत्र लिखा. पत्र के माध्यम से यह बताया कि गांव में आवारा पशु से अधिक पालतू पशुओं को छोड़ दिया जाता है, जो खेतों की फसल को बर्बाद करते हैं.
पालतू गोवंशों को छोड़ने पर दर्ज होगा मुकदमा. इसे भी पढ़ें:- बदायूं: आवास विकास के कब्जे से निराश किसान करेंगे हाईकोर्ट का रुख
एसडीएम को लिखा शिकायती पत्र-
- पालतू गोवंश किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं.
- किसानों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
- पालतू गोवंश रास्ते को घेरकर भी खड़े हो जाते हैं.
- किसानों को रात में खेत की रखवाली करने के लिए खेत में ही रहना पड़ता है.
- वहीं योगी सरकार आवारा गोवंशों को संरक्षण देने के लिए जगह-जगह करोड़ों रुपये की लागत से गोशाला का निर्माण करा रही है.
गांव में लगभग 200 पालतू गोवंश छूटे हुए हैं. मेरे गांव में ऐसे लगभग 80 लोग हैं, जो दूध निकालने के बाद अपने पशुओं को छोड़ दिया करते हैं. इसकी शिकायत एसडीम दातागंज को की है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-पीड़ित ग्रामीण
ऐसी कई गांवों से शिकायतें मिल रही थी कि लोग अपनी पालतू गाय का दूध निकालने के बाद छोड़ देते हैं. जब से यह गोशाला शुरू हुई है. ऐसे लोगों को खिलाफ दातागंज कोतवाली में आईपीसी धारा 289 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जो व्यक्ति आवारा पशुओं को पालते हैं, उन्हें 30 रुपये रोज के हिसाब से 900 रुपये महीने मिलेंगे. एक व्यक्ति चार गाय का पालन कर सकता है.
-कुंवर बहादुर सिंह, दातागंज एसडीएम