बदायूं: कोरोना संकट के दौरान लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए कई सरकारी विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है. इसी क्रम में तहसीलों में तैनात लेखपालों की भी ड्यूटी लगाई है. लेकिन लेखपालों का आरोप है कि, ड्यूटी पर आते जाते समय पुलिसकर्मी उन्हें परेशान करते हैं और उनका उत्पीड़न करते हैं.
लेखपाल कर रहे कामगारों के खान-पान की व्यवस्था
जिले की विभिन्न तहसीलों में तैनात लेखपाल जिनकी ड्यूटी आश्रय स्थल बनाने और बाहर से आने वाले कामगारों को उनके खान-पान की व्यवस्था इत्यादि में लगाई गई है, लेकिन उसके बाद भी लेखपालों के साथ उत्पीड़न की तमाम शिकायतें आ रही हैं.
पुलिसकर्मी कर रहे लेखपालों से दुर्व्यवहार
लेखपालों का आरोप है कि जब वह रोड पर निकलते हैं तो पुलिस उन्हें जगह-जगह रोककर परेशान करती है, उनके बताने के बावजूद भी चौराहों पर तैनात पुलिस कर्मचारी उनसे दुर्व्यवहार करते हैं. लेखपालों के मुताबिक जब वह इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करते हैं तो वहां भी उनकी सुनवाई नहीं होती.
पुलिस लगातार लेखपालों का कर रही उत्पीड़न
लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष भोजराज सिंह का कहना है कि हमारे सामने समस्याएं पुलिस की तरफ से आ रही है. इससे उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत भी करवाया जा चुका है. हम लोग भी कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी कर रहे हैं. लेकिन ड्यूटी पर आते-जाते समय हमें पुलिस जगह-जगह रोककर प्रताड़ित कर रही है. कई जगह हम लोगों के चालान भी कर दिया जाता है.