बदायूं : जिले की आंवला लोकसभा सीट से गठबंधन की तरफ से रुचिवीरा मैदान में हैं. बीजेपी ने धर्मेद्र कश्यप पर दोबारा भरोसा जताया है. वहीं कांग्रेस ने सर्वराज सिंह को टिकट दिया है. आंवला लोकसभा से इस बार रुचिवीरा अपनी किस्मत आजमा रही हैं. यहां उनकी सीधी टक्कर बीजेपी के मौजूदा सांसद धर्मेंद्र कश्यप से है. धर्मेंद्र कश्यप ने यहां पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस ने सर्वराज सिंह पर भरोसा जताया है. रुचिवीरा चुनाव प्रचार के लिए दातागंज के पास एक गांव में पहुंची, जहां उन्होंने लोगों से गठबंधन को वोट देने की अपील की.
बदायूं : आंवला लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन की उम्मीदवार रुचिवीरा से खास बातचीत
बदायूं जिले की आंवला लोकसभा सीट से गठबंधन की प्रत्याशी रुचिवीरी से खास बातचीत में विकास कार्यों को चुनाव का मुख्य मुद्दा मानते हुए उन्होंने कहा कि इन पिछड़े इलाकों में कई तरह की परेशनियां हैं जैसे गांव में पानी की समस्या, बेरोजगारी, पुल का अधूरा निर्माण आदि का काम पूरा करना हमारा मुख्य उदेश्य होगा.
इस मौके पर ईटीवी भारत ने रुचिवीरा से की खास बातचीत. जब उनसे जानना चाहा की वो इस बार क्या मुद्दे लेकर जनता से वोट मांगेंगी तो उनका साफ कहना था कि जो सांसद यहां रहे हैं. उन्होंने यहां विकास का कोई काम नहीं किया है. इलाके में कोई डिग्री कॉलेज नहीं है. साथ ही कई गांव में पीने का साफ पानी तक नहीं है और आजादी के 70 साल बाद भी यहां कोई बस स्टेशन नहीं है और न ही इलाके में कोई विकास का काम किया गया.
जब उनसे सवाल किया क्या 2019 में मोदी की लहर को महागठबंधन यूपी में रोक पायेगा. तो उनका कहना था कि अब मोदी की कोई लहर नहीं है और बीजेपी की हवा निकल गयी है. क्योकि 2014 में मोदी सरकार ने जो वादे किए थे, उनमें से कोई वादा पूरा नहीं कर पाए हैं.वहीं उनका कहना था कि अगर यूपी में गठबंधन को बड़ी जीत मिलेगी तो देश का प्रधानमंत्री यूपी से ही होगा और आखिरी फैसला गठबंधन के नेता आपस में बैठ कर लेंगे.