बदायूं: नगर पालिका के सफाई कर्मचारी अपनी 13 सूत्री मांगों को लेकर पिछले पांच दिन से हड़ताल पर हैं, जिसके चलते शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो गई है. शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं. सफाई कर्मचारियों की मांग है कि जल्द से जल्द पालिका प्रशासन उनके बकाए वेतन का भुगतान करे और उनकी 13 सूत्रीय मांगों पर विचार करे. आंदोलित कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी.
बदायूं में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल. आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को मिलता है टुकड़ों में वेतनउत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संघ द्वारा वेतन न मिलने से सफाई कर्मचारी खासा नाराज हैं. पिछला बकाया भुगतान न होने से वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मचारी नगर पालिका परिषद में धरने पर बैठे हुए हैं, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि नगर पालिका उनके रिटायर्ड साथियों को पेंशन की रकम नहीं अदा कर रहा है. साथ ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं दिया मिल रहा. नियमित कर्मचारियों को समय से वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा, जबकि सफाई कर्मचारी दिन-रात सफाई व्यवस्था को सुचारू रखते हैं, लेकिन नगर पालिका का रवैया उनके प्रति तानाशाही भरा है.
बदायूं शहर में लगे कूड़े के ढेर. कर्मचारियों की है 13 सूत्री मांगेसफाई कर्मचारी यूनियन के नेता रमेश का कहना है कि हमारी 13 सूत्री मांगे हैं. एक से छह माह तक का वेतन सफाई कर्मियों का वाजिब है. आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का शोषण हो रहा है, उन्हें वेतन टुकड़ों में दिया जाता है. पिछले तीन सालों में लगभग 10 कर्मचारी रिटायर हुए हैं, जिनका पूरा भुगतान अभी तक पालिका प्रशासन की ओर से नहीं किया गया, जिसकी वजह से कर्मचारी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों को जब तक पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगी.