बदायूं: पंकज त्रिपाठी अभिनीत 'कागज' वेब सीरीज की कहानी रियल लाइफ में उत्तर प्रदेश के जिले बदायूं में दोहराई गई है. बदायूं के ग्राम पड़ौआ की रहने वाली रामबेटी को मृत दिखाकर भू-माफिया ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया. महिला जब 35 साल बाद गांव लौटी तब उसे इसकी जानकारी हुई. इस पर उसने अधिकारियों से गुहार लगाई कि वह जिंदा है और कागजों में उसे मृत दर्शाकर उसकी लगभग 4 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया गया है. मामले की शिकायत रामबेटी ने जिलाधिकारी से की है.
मामला बदायूं जनपद की सदर तहसील के ग्राम पड़ौआ का है. यहां की रहने वाली रामबेटी का कहना है कि वह लगभग 35 वर्ष पूर्व पति की रोज-रोज की मार पिटाई से तंग आकर गांव छोड़कर दिल्ली जाकर काम धंधा करने लगी थी. उनके दो छोटे बच्चे भी थे. वह भी पिता की मार पिटाई से तंग आकर बाहर जाकर काम करने लगे. रामबेटी अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी और उन्हें पैतृक संपत्ति के रूप में 4 बीघा जमीन मिली थी.
उनके गांव से चले जाने के बाद उनके पति ने भू माफिया के साथ मिलकर उनकी जमीन को उन्हें मृत दर्शाकर बेच दिया जबकि कागजों में रामबेटी के मृत्यु प्रमाण पत्र भी नहीं लगाए गए. इस दौरान लगभग 12 वर्ष पूर्व उनके पति का भी देहांत हो गया. अब जब वह वर्षों बाद वापस गांव पहुंची तो उसे पता चला कि मां-बाप द्वारा उसे दी गई जमीन पति की मृत्यु के बाद भू माफिया द्वारा हड़प ली गई. रामबेटी ने जिलाधिकारी से कहा है कि उसकी जमीन उसे तथा उसके बच्चों को वापस दिलवाई जाए।