बदायूं:जिला अस्पताल में बने नेत्र विभाग को भले ही मोतियाबिंद के ऑपरेशन के मामले में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है, लेकिन नेत्र विभाग में तैनात डॉक्टरों पर में पैसा लेने का गंभीर आरोप लगा है. मरीजों का कहना है कि डॉक्टर ऑपरेशन के नाम पर एक हजार से लेकर तीन हजार तक रुपये ले रहे हैं और दवा भी बाहर की लिख रहे हैं.
नेत्र विभाग में डॉक्टरों पर लगा पैसा लेने का आरोप. पढ़ें पूरा मामला
जिला अस्पताल के नेत्र विभाग को मोतियाबिंद ऑपरेशन में यूपी में तीसरा स्थान मिले अभी एक दिन भी नहीं गुजरा और वहां के डॉक्टरों पर पैसा लेने का आरोप लग रहा है. पहले भी नेत्र विभाग में पैसा लेने का आरोप लगता रहा है. मरीजों का कहना है कि डॉक्टर ऑपरेशन के नाम पर एक हजार से लेकर तीन हजार तक रुपये ले रहे हैं और दवा भी बाहर की लिख रहे हैं. मरीजों का कहना है कि उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है और उन्हें पैसा भी देना पड़ रहा है.
जानिए पूरे मामले में अस्पताल के सीएमएस ने क्या कहा
इस मामले में सीएमएस बीबी पुष्कर ने भी गोल मोल जवाब दिया. उनका कहना था कि ऐसा नहीं है कि डॉक्टर बाहर की दवा लिख रहे हैं, अगर कभी मरीज कोई अच्छा लेंस लगवाना चाहता है तो उसे बाहर से लगवाने की सलाह दी जाती है. सीएमएस ने कहा कि सीएमओ ऑफिस से दवा उपलब्ध नहीं हो पाती है तो बाहर की दवा लिख दी जाती है. सीएमएस ने बताया कि मैं खुद समय-समय पर चेक करता हूं कि व्यवस्था ठीक है की नहीं.