बदायूं: जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही का एक मामला सामने आया है. सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एआरटीओ चौराहे पर कोरोना संक्रमित मरीज फिल्मी स्टाइल में चलती एम्बुलेंस से कूदकर फरार हो गया. वहीं एम्बुलेंस में आगे बैठे कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस कोरोना पेशेंट को लेकर बिल्सी से मेडिकल कॉलेज आ रही थी.
बदायूं में चलती एम्बुलेंस से कोरोना मरीज कूदकर फरार
यूपी के बदायूं में एक कोरोना मरीज चलती एम्बुलेंस से कूदकर फरार हो गया. वहीं एम्बुलेंस में आगे बैठे कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस कोरोना पेशेंट को लेकर बिल्सी से मेडिकल कॉलेज आ रही थी.
एम्बुलेंस आरटीओ ऑफिस चौराहे पर पहुंची, तभी कोरोना पेशेंट चलती एम्बुलेंस से कूदकर भाग गया. करीब आधे घंटे के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आरटीओ ऑफिस चौराहे पर वापस आए और कोरोना पेशेंट की चुपचाप खोजबीन शुरू कर दी. कोरोना पेशेंट का चलती एम्बुलेंस से कूदकर भाग जाना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करता है. वहीं स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना संक्रमित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई कर रहा है.
एम्बुलेंस कोरोना संक्रमित को बिल्सी क्षेत्र से लाकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने जा रही थी. एम्बुलेंस के पीछे एक कार चल रही थी. जैसे ही स्पीड ब्रेकर पर एम्बुलेंस धीरे हुई, कोरोना संक्रमित एम्बुलेंस का दरवाजा खोलकर पीछे आ रही कार में बैठ कर फरार हो गया. एम्बुलेंस में आगे बैठे कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. कर्मचारी जब L-1 पहुंचे, तो एम्बुलेंस में मरीज को न पाकर हक्के-बक्के रह गए. इसके बाद वह वापस चौराहे पर आकर फरार मरीज की खोजबीन करते रहे. इसके बाद कर्मचारियों ने घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी, लेकिन कोरोना पेशेंट का अभी तक कोई पता नहीं चला है. साथ ही अल्टो कार की भी कोई जानकारी नहीं प्राप्त हुई है, जिसमें बैठकर मरीज फरार हुआ था.