बदायूं : जिले में सोमवार का दिन चार परिवारों के लिए कहर बनकर टूटा. बड़े अरमानों के साथ माता-पिता ने अपने बच्चों को तैयार कर टिफिन और पानी बोतल देकर बस में बैठाकर हंसी-खुशी से स्कूल भेजा था. घर से बच्चे चहकते हुए निकले थे. लेकिन कुछ देर बाद ही स्कूल जा रहे बच्चों की वैन हादसे की शिकार हो गई और मौके पर चीख-पुकार मच गई. घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. जैसे लोग सुने घटनास्थल की तरफ दौड़े. आनन-फानन में हादसे के शिकार बच्चों और ड्राइवर को अस्पताल पहुंचा गया. जहां ड्राइवर और चार बच्चों की मौत हो गई.
घटनास्थल पर बिखरे पड़े थे बच्चों के टिफिन और बैग : हादसे की सूचना पर परिजन और अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां का नजारा दिल दहलाने वाला था. हर तरफ चीख पुकार मची थी. बच्चों के टिफिन और बैग इधर-उधर बिखरे पड़े थे. घायल बच्चों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन हादसे कि निशान लोगों की आंखें नम करते रहे. बच्चों के घरवाले बदहवास से अस्पताल में दौड़ते रहे. जिनके कलेजे के टुकड़े हमेशा के लिए छिन गए, उन्हें इसका विश्वास ही नहीं हो रहा था. उन्हें क्या पता था कि जिनको संवारकर स्कूल भेज रहे हैं, उनके ही बेजान शरीर कुछ देर बाद उनकी गोद में होंगे.
बढ़ गई घायलों की संख्या :हादसे के बाद पहले घायलों की संख्या 16 थी. बाद में यह संख्या बढ़ गई. घायल बच्चों की संख्या 19 तक पहुंच गई. अस्पताल में देर रात तक बच्चों के घरवाले रोते नजर आए. हादसे के कारण पर भी लोगों में नाराजगी देखी गई. लोग पूछते रहे कि आखिर इस हादसे की जवाबदेही कौन लेगा. हादसे का कारण सड़क किनारे के गड्ढे बताए जा रहे हैं. लोग कहते रहे कि प्रशासन चाहता तो इस समस्या को दूर कर सकता था. और इन बच्चों की जान भी बच जाती.