बदायूं: जिले में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण में लापरवाही बरतने वाले ग्राम प्रधानों की वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियां सीज करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, एडीओ एवं वीडियो के खिलाफ भी कार्य में लापरवाही बरतने पर वेतन रोकने की कार्रवाई की जा रही है.
जिलाधिकारी ने अटल सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान कई कर्मचारियों को कार्यों में लापरवाही बरतने पर वेतन रोकने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही आशा वर्करों की संविदा समाप्ति का नोटिस भी जारी करने की कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए हैं.
ग्राम प्रधान कार्यों में कर रहे थे लापरवाही
ग्राम प्रधान जो स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण में लापरवाही दिखा रहे थे, उनके खिलाफ भी वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियां सीज करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. जिले में विगत वर्षों में मलेरिया की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव-गांव कैंप लगाकर स्लाइड से चेकिंग की जा रही है. इसके अलावा गांव में छिड़काव तथा फॉगिंग भी जिला प्रशासन ने शुरू करवा दी है.
अधिकारियों के वेतन रोकने के निर्देश
जिलाधिकारी कुमार प्रशांत के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जो ग्राम प्रधान शौचालय निर्माण में लापरवाही बरत रहे थे, उनकी वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियां सीज की जा रही हैं. साथ ही ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, एडीओ एवं वीडियो के वेतन भी रोकने के निर्देश दिए गए हैं.
आशा वर्कर की संविदा समाप्त करने की नोटिस
उन्होंने बताया कि ऐसी आशा वर्कर जो कार्य में लापरवाही बरत रही हैं, उनकी संविदा समाप्त करने की नोटिस जारी की जा रही है. मलेरिया की रोकथाम के लिए गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कैंप लगाया जा रहा है. स्लाइड से चेकिंग की जा रही है तथा छिड़काव व फॉगिंग की भी व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं.