बदायूं : जिले में एक निजी नर्सिंग होम में पिछले दिनों आशाओं का गिफ्ट लेने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब गिफ्ट लेते पकड़ी गई आशाओं पर बर्खास्तगी की कार्रवाई होने जा रही है. इसके लिए सीएमओ ने एमओआईसी को पत्र लिखकर पंचायत स्तर से आशाओं को तुरंत बर्खास्त किए जाने के निर्देश दे दिये हैं.
नर्सिंग होम में गिफ्ट लेते पकड़ी गईं आशाओं पर अब बर्खास्तगी की कार्रवाई
बदायूं के आशाओं पर एक निजी नर्सिंग होम में गिफ्ट लेने के मामले में बर्खास्तगी की कार्रवाई करने की तैयारी प्रशासन ने शुरु कर दी है. सीएमओ ने एमओआईसी को पत्र लिखकर तुरंत बर्खास्त करने के निर्देश दिये हैं.
गिफ्ट लेते पकड़ी गईं थीं 35 आशा कार्यकत्रियां
दरअसल मामला जिले के आयशा नर्सिंग होम से जुड़ा हुआ है. यह नर्सिंग होम समाजवादी पार्टी से संबंधित एक नेता का बताया जा रहा है. प्रशासन ने पिछले दिनों छापामार कार्रवाई कर के यहां से 35 आशाओं को पकड़ा था. यहां पर इनको गिफ्ट दिए जा रहे थे. आरोप है कि यह आशा कार्यकत्रियां गांव से गर्भवती महिलाओं को लाकर निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवा देती थी. इसके बदले में वह निजी नर्सिंग होम से आर्थिक लाभ भी उठाया करती थीं. पूरे मामले की शिकायत जब जिलाधिकारी कुमार प्रशांत तक पहुंची तो उन्होंने तहसीलदार के नेतृत्व में नर्सिंग होम पर छापामार कार्यवाही करवाई. इसमें आशा कार्यकत्रियां नर्सिंग होम से गिफ्ट लेते हुए पाई गई थी. प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया गया था. अब आशा कार्यकत्रियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है.
सीएमओ ने एमओआईसी को लिखा पत्र
अब सीएमओ की तरफ से संबंधित एमओआईसी को पत्र भेजकर यह निर्देश दिए गए हैं कि ग्राम पंचायत स्तर से आशाओं को तुरंत बर्खास्त किया जाए. सीएमओ के आदेश के बाद आशाओं में हड़कंप मचा हुआ है. आपको बता दें आशा कार्यकत्रियां की ड्यूटी गांव की गर्भवती महिलाओं को जिला चिकित्सालय तक लाकर उन्हें इलाज उपलब्ध करवाने की है. लेकिन यह आशा कार्यकत्रियां आर्थिक लाभ के चक्कर में ग्रामीण महिलाओं को निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए ले जाती हैं.