बदायूं:जिले में कृषि विभाग किसानों को जैविक खेती के लिए बढ़वा दे रहा है. कृषि विभाग अब किसानों को जीवामृत के बारे में बता रहा है कि ये खाद फसल के लिए कितनी फायदेमंद होगी. देखिये ये रिपोर्ट.
कृषि विभाग ने किसानों को दी जीवामृत की जानकारी. जीवामृत बनाने में होगा कम खर्चा
फसल को कीड़े से बचाने के लिए किसानों को अब कीटनाशक दवा का उपयोग नहीं करना पड़ेगा. किसान अब जीवामृत से अपनी फसल को आसानी से बचा लेगा. दरअसल, जिले में कृषि विभाग जैविक खेती को बढ़वा दे रहा है. कृषि विभाग किसानों को फसल में कीटनाशक की जगह जीवामृत का छिड़काव करने की सलाह दे रहा है, क्योंकि जीवामृत को बनाने में खर्चा भी नहीं आएगा.
गाय के गोवर और मूत्र से बनेगा जीवामृत
किसान अपने घर में ही गाय के गोवर और मूत्र, 2 किलो गुड़ और आटे से इस खाद को बना सकता है. इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं होता है. इससे पैदावार भी अच्छी होती है. कृषि विभाग गांव-गांव जाकर लोगों को जीवामृत के बारे में बता रहा है.
कृषि विभाग के उप निदेशक रामवीर कटारा ने कहा कि किसानों के लिए जीवामृत बहुत अच्छी खाद की तरह काम करेगी. इसमें किसानों का खर्चा भी नहीं होगा. इसका उपयोग करने से पैदावार भी अच्छी होगी. जीवामृत घर में आसानी से बनाई जा सकती है. हम किसानों को इसके बारे में बता रहे हैं, ताकि किसान जैविक खेती की ओर अग्रसर हो.