बदायूं: जिले को हर साल बाढ़ का प्रकोप झेलना पड़ता है. जिले में गंगा और रामगंगा दोनों नदियां बहती हैं, जिसकी वजह से प्रत्येक वर्ष नदी से सटे इलाकों में बाढ़ का कहर यहां के निवासियों को तहस-नहस कर देता है, लेकिन इस बार बाढ़ को लेकर प्रशासन चुस्त है. हालांकि दोनों नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है, लेकिन बाढ़ का प्रकोप फिलहाल नहीं है. जिला प्रशासन ने 24 घंटे काम करने वाले बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी है.
बदायूं जिला गंगा और रामगंगा नदियों के बीच स्थित है. बरसात के दिनों में डैम से छोड़े गए पानी की वजह से जनपद के निचले इलाकों में बाढ़ का प्रकोप प्रत्येक वर्ष होता है. इस साल जनपद में यूं तो औसत बारिश हुई है. डैम से पानी भी लगभग रोज ही छोड़ा जा रहा है, लेकिन अभी भी दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे ही है. हालांकि बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरे तरीके से दुरुस्त कर ली है. इसके लिए कलेक्ट्रेट में 24 घंटे कार्य करने वाले बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है. गंगा किनारे के निचले इलाकों की अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.एडीएम कुंवर बहादुर सिंह का कहना है कि जनपद में बाढ़ की स्थिति अभी सामान्य है. गंगा नदी में पानी उतार की स्थिति में है. अभी तक सहसवान क्षेत्र में कुछ मझरे हमारे इफेक्टेड हैं, जहां पर व्यवस्थाएं कर दी गई हैं. इसके अलावा रामगंगा से भी प्रभावित हमारे काफी गांव हैं. लेकिन इससे संबंधित गांव में अभी ऐसी स्थिति नहीं है, जो गंभीर हो. दातागंज तहसील क्षेत्र में एक गांव में थोड़ी स्थिति खराब थी. बाढ़ खंड और ग्राम पंचायत विभाग ने जो कार्य किए हैं उसे स्थिति अभी तक नियंत्रण में है. थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है, उसके लिए बचाव कार्य किया जा रहा है. जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है, जो 24 घंटे कार्य करेगा.