आजमगढ़: विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर जनपद के ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. इस रक्तदान शिविर में बड़ी संख्या में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं रक्तदान करने आई महिला ने कहा कि मैंने अपने पति से प्रेरणा लेकर रक्तदान करने का निर्णय लिया.
लगभग 12 वर्षों से रक्तदान कर रहे अरविंद कुमार का कहना है कि रक्तदान करने का मुख्य मकसद यह है कि किसी भी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति की रक्त के अभाव में मौत न होने पाए. इसीलिए लगभग 10 से 12 वर्षों से रक्तदान कर रहा हूं. मेरे द्वारा किए जा रहे रक्तदान को देखते हुए इस बार मेरी पत्नी ने भी रक्तदान करने की इच्छा जताई. आज पहली बार पत्नी भी रक्तदान करने आई है.
आजमगढ़: पति की प्रेरणा से किया रक्तदान, कहा- खून के अभाव में जरूरतमंदों की न हो मौत - world blood donation day
विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर आजमगढ़ के ब्लड बैंक में बड़ी संख्या में रक्तदाताओं ने रक्तदान किया. इस रक्तदान का मुख्य मकसद यह रहा कि कोई भी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति की रक्त के अभाव में मौत न होने पाए.
अपने पति की प्रेरणा से रक्तदान करने आई विजयलक्ष्मी का कहना है कि जिस तरह से मेरे पति लगभग 12 वर्षों से रक्तदान कर रहे हैं. उसी से प्रेरणा लेकर आज मैं भी रक्तदान करने आई हूं. पत्नी ने कहा कि किसी भी गरीब या जरूरतमंद की रक्त के अभाव में मौत न होने पाए, इसीलिए मैंने भी रक्तदान करने का निर्णय लिया है. जब-जब मेरे पति रक्तदान करने जाएंगे, तब मैं भी उनके साथ रक्तदान करने जाऊंगी.
निश्चित रूप से बड़ी संख्या में लोगों ने रक्तदान किया, लेकिन जिस तरह से पति से प्रेरणा लेकर पत्नी ने रक्तदान किया, उससे समाज को प्रेरणा लेने की जरूरत है. इसके साथ ही यह सिद्ध करता है कि आज के दौर में महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से पीछे नहीं हैं.
-सुभाष चंद्र पांडे, ब्लड बैंक प्रभारी