आजमगढ़:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को आजमगढ़ पहुंचे. वे एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण के सवाल पर कहा कि भगवान के यहां से किसी को निमंत्रण नहीं आता है, भगवान अपने आप बुलाते हैं. भगवान बुलाएंगे तो हम जाएंगे.
थाना सरायमीर क्षेत्र के ग्राम निजामुद्दीन पट्टी में आयोजित शादी समारोह में पहुंचे सपा मुखिया ने उम्मीद जताई है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ से ऐतिहासिक परिणाम आएगा. ऐतिहासिक परिणाम का इंतजार पूरे देश को भी है. उत्तर प्रदेश आने वाले चुनाव में सबसे बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है. उम्मीद है कि जनता निर्णय लेगी और भारतीय जनता पार्टी का सफाया उत्तर प्रदेश से होगा. इसीलिए कई बार समाजवादी पार्टी और गठबंधन की ओर से कहा गया कि उत्तर प्रदेश से बीजेपी को हटाने का मतलब है कि देश से बीजेपी का हटाना. उन्होंने कहा कि 80 हराइए बीजेपी को हटाइए, इस नारे पर समाजवादी लोग लगातार काम कर रहे हैं.
सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए ही एनडीए का मुकाबला करेगा. कहा कि बीजेपी ने वादे किए हैं किसानों की आय दुगनी करना, नौजवानों को नौकरी और रोजगार देना. आज कम से कम इनको बताना चाहिए कि कितने लोगों को नौकरी दी. सदन में सरकार ने कहा कि 40 लाख करोड़ के एमओयू हुए हैं. अगर 40 लाख करोड़ एमओयू हुए हैं तो कम से कम आजमगढ़ में नहीं मऊ, मऊ में नहीं तो जौनपुर, जौनपुर नहीं तो बनारस, गाजीपुर, बलिया या कम से कम गोरखपुर में तो इन्वेस्टमेंट आया होगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी फेल हो गई, किसान का धान नहीं खरीदा गया, घर-घर बेरोजगार बैठे हैं, उन्हें नौकरी कब मिलेगी. जाति जनगणना कब होगी. सामाजिक न्याय बिना जाति जनगणना के संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी कानून व्यवस्था में जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, जबकि इसी जिले में एक राजभर की बेटी के साथ क्या हुआ. क्या जीरो टॉलरेंस जीरो हो गई कि नहीं? यह केवल एक घटना नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जब एनसीआरबी का आंकड़ा आता है तो उसमें तो सबसे ज्यादा अन्याय उत्तर प्रदेश में बेटियां, माता और बहनों पर हो रहा है.