आजमगढ़ःजिले के 25 सैय्या नगर वाले राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. 55 लाख की आबादी वाले इस जनपद का वार्षिक बजट डेढ़ करोड़ रुपये है, लेकिन यहां प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या लगभग 35 से 40 है जो कि काफी कम है.
आजमगढ़: आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पसरा सन्नाटा, नहीं आ रहे मरीज - राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय
जिले के 25 सैय्या नगरआयुर्वेदिक चिकित्सालय में सन्नाटा पसरा हुआ है सरकार खर्च करती है आयुर्वेद पर डेढ़ करोड़ रुपये. इसके बावजूद भी मरीजों की संख्या में काफी कम है.
आजमगढ़ आयुर्वेदिक चिकित्सालय
आयुर्वेदिक चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार राय ने बताया कि-
- प्राइवेट कंपनियों की प्रतिस्पर्धा के कारण यहां पर आने वाले मरीजों की संख्या काफी कम हो गई थी.
- प्रधानमंत्री ने आयुष मंत्रालय का गठन कर उसके लिए अलग से बजट का निर्धारण किया उससे मरीजों की संख्या बढ़ेगी.
- प्रचार-प्रसार के लिए महीने में चार बार कैंप लगाया जाता है, जिससे लोग को आयुर्वेदिक चिकित्सालय के बारे में जान सकें.
- यहां पर योग प्रशिक्षक नियुक्त की गई है जो मरीजों को योग व व्यायाम के साथ-साथ फिजियोथेरेपी भी करना सिखाते हैं.
- सरकार द्वारा आयुष मंत्रालय के गठन के बाद यहां मिलने वाली दवाइयों की गुणवत्ता भी काफी अच्छी हो गई है.