आजमगढ़: जनपद में होलिका दहन अनोखे तरीके से की गई. लोगों ने कोरोना की अर्थी निकालकर पूरे विधि विधान से पूजन-अर्चन किया. इसके बाद अर्थी को होलिका में स्वाहा कर दिया.
कोरोना दहन की निकाली गई अर्थी. कोरोना का पुतला बनाकर किया स्वाहा
होलिका में जिस तरह से बुराइयों का दहन किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस त्येहार पर लोग अपनी बुराइयां दहन करते हैं. कोरोना वायरस पूरी मानवता के लिए खतरा बना हुआ है. इसी वजह से लोगों ने कोरोना का पुतला बनाकर उसे होलिका में दहन किया, ताकि इस बीमारी को दूर भगाया जा सके.
समाजसेवी नीरज अग्रवाल ने कहा कि प्रहलाद को जलाने के लिए होलिका प्रहलाद को लेकर होलिका में बैठी थीं, लेकिन भगवान के भक्त प्रहलाद बच गए और होलिका जल गईं. बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी. उसी को ध्यान में रखते हुए हमने कोरोना की अर्थी यात्रा निकाली और पूरे विधि-विधान से पूजन अर्चन कर कोरोना को होलिका में दहन किया. इसका मकसद यह ही है कि पूरे समाज से ये बीमारी दूर हो सके और सभी लोग स्वस्थ रहें.
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