आजमगढ़: जनपद में लगातार तीन दिन से हो रही भारी बारिश के बावजूद पितृ पक्ष के आखिरी दिन पर लोग पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए. बड़ी संख्या में लोगों ने तमसा नदी के किनारे अपने पूर्वजों को तारने के लिए पूजा अर्चना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
आजमगढ़: आफत की बारिश के बीच लोगों ने किया पितृ विसर्जन, तमसा तट पर हुई पूजा - tamsa river
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पितृ पक्ष के आखिरी दिन पर तमसा नदी के किनारे लोगों ने अपने पूर्वजों की पूजा अर्चना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. तमसा नदी के पावन तट पर पूजा अर्चन कर पूर्वजों के लिए मंगल कामना की.
पितृ पक्ष के आखिरी दिन लोगों ने पूजा अर्चना कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की
सुबह से ही दलाल घाट पर बड़ी संख्या में लोगों का मेला उमड़ पड़ा था जो अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित हुए थे. तमसा नदी के पावन तट पर पूजन अर्चन कर सभी लोगों ने अपने पूर्वजों के लिए मंगल कामना की.
हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत महत्व है और हर पुत्र को अपने पिता के लिए पितृ विसर्जन का कार्य करना चाहिए. एक पुत्र को अपने 17 पुत्रों को हटाने का भागीदार बनता है.
-ओंकार नाथ उपाध्याय, पुजारी