आजमगढ़ः देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू का जनपद से करीबी रिश्ता रहा है. पंडित नेहरू आजादी की लड़ाई के समय कई बार यहां आए और महीनों रुक कर देश को कैसे आजाद कराया जाए, इसकी रणनीति बनाते थे.
आजमगढ़ से था पंडित नेहरू का करीबी रिश्ता, यहीं बनाते थे देश को आजाद कराने की रणनीति
देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू का आजमगढ़ से बहुत करीबी रिश्ता रहा है. यह वही जगह है जहां महीनों रुक कर देश को आजाद कराने की रणनीति पंडित नेहरू बनाते थे.
शिवली अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर फखरुल इस्लाम आजमी ने बताया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू यहां आकर महीनों रुकते थे. यहां के एक गेस्ट हाउस में आराम करते थे और देश को आजाद कराने के लिए रणनीति बनाते थे. आज भी उस गेस्ट हाउस और कुएं को संजोकर रखा गया है, जहां पंडित नेहरू स्नान करते थे.
डॉक्टर फखरुल इस्लाम का कहना है कि पंडित नेहरू शिब्ली अकादमी की लाइब्रेरी में अध्ययन करते थे और जंग ए आजादी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी लोगों के साथ बैठकर रणनीति बनाने थे. पंडित नेहरू का उर्दू में लिखा एक पत्र आज भी शिवली अकादमी में संजोकर रखा गया है.