आजमगढ़:जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर से अपना इलाज कराने आए शैलेश कुमार पाल ने बताया कि मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी बहुत दिनों से बंद चल रही है. इस कारण इलाज के लिए आने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. शैलेश का कहना है कि यहां के चिकित्सक अस्पताल में मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं लेकिन अपने घरों पर मरीजों को देख रहे हैं.
आजमगढ़: मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी बंद, मरीज परेशान
आजमगढ़ जनपद के मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी विगत 2 माह से अधिक समय से बंद है. ओपीडी न शुरू होने की वजह से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मरीज हो रहे परेशान
शैलेश ने बताया कि अस्पताल में फीस नहीं देनी पड़ती, जबकि घरों पर डॉक्टर फीस लेते हैं. ऐसे में गरीब लोग बिना इलाज कराए अपने घर लौट जाते हैं. शैलेश ने बताया कि वह इसकी शिकायत आजमगढ़ मंडल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसकेजी सिंह से मोबाइल के माध्यम से की. उन्होंने कहा है कि जल्द ही मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी शुरू कर दी जाएगी.
अस्पताल में मिले थे कोरोना संक्रमित
तमाम सतर्कता के बाद डेढ़ माह पूर्व मंडलीय जिला चिकित्सालय के एक चिकित्सक एवं दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. ओपीडी खुले डेढ़ महीने से अधिक का समय बीत चुका है, अभी तक मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी नहीं शुरू हो सकी है. जिस कारण दूरदराज से अपना इलाज कराने आने वाले लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी शुरू करने का निर्देश सरकार व सीएमओ ने दिया है, बावजूद इसके डॉक्टर कोरोना संक्रमण के डर से ओपीडी नहीं शुरु कर रहे हैं.