आजमगढ़ः औरैया में सड़क हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को निर्देश दिया था. सीएम ने कहा था कि पैदल चल रहे मजदूरों को सरकारी बसों से उनके गंतव्य स्थलों को भेजने की व्यवस्था जिला प्रशासन करे. वहीं इस निर्देश का जमीनी स्तर पर कितना असर दिख रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक 4 हजार किराया देकर आने को मजबूर हैं.
आजमगढ़ः 4 हजार किराया देकर घर पहुंच रहे मजदूर, शासन के दावे फेल
यूपी के आजमगढ़ जिले में पुणे से ट्रकों से सफर कर मजदूर पहुंच रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि घर वापस आने के लिए 4 हजार रुपये का किराया देने पड़ा. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें कोई भी सरकारी मदद नहीं मिल रही है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए महाराष्ट्र के पुणे से आ रहे प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि पुणे से प्रत्येक श्रमिक ने चार हजार रुपये किराया देकर घर जा रहे हैं. इसके साथ ही श्रमिकों का कहना है कि जिला प्रशासन की तरफ से न तो कोई सुविधा दी गई और न खाने का प्रबंध किया गया. श्रमिकों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि पैसा खत्म हो जाने के बाद हम लोगों ने अपने घरों से पैसा मंगाया, तब किसी तरह से अपने घर जा रहे हैं. पुणे से आने वाले सभी श्रमिक गोरखपुर, कुशीनगर और बिहार के रहने वाले हैं.
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