आजमगढ़:जनपद के फूलपुर कोतवाली इलाके का है जहां परिषदीय विद्यालय में झाड़ू लगा रहे छोटे बच्चों की वीडियो बना रहे पत्रकार संतोष जायसवाल को शिक्षकों ने दौड़ा लिया. स्कूल से अपनी जान बचाकर भागे पत्रकार ने शिक्षकों द्वारा दौड़ाए जाने की सूचना डायल हंड्रेड को दी. जिसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को कोतवाली लाई और शिक्षकों से तहरीर लेकर पत्रकार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लॉकअप में डाल दिया. जहां से पत्रकार संतोष जायसवाल को जेल भेज दिया गया.
पत्रकारों ने डीआईजी को दिया ज्ञापन. इस घटना के बाद पत्रकारों का गुस्सा उमड़ पड़ा. जिसके बाद पत्रकारों ने आजमगढ़ के डीआईजी मनोज तिवारी से मिलकर फूलपुर कोतवाल के निलंबन की मांग की है. साथ ही पत्रकारों ने डीआईजी को चेतावनी भी दी है कि यदि कोतवाल के निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाती तो डीआईजी कार्यालय के बाहर सामूहिक मुंडन कराया जाएगा.
पत्रकार को भेजा जेल
- मामला फूलपुर कोतवाली इलाके का है, जहां पत्रकार संतोष जायसवाल फूलपुर के परिषदीय विद्यालय में सुबह गए थे.
- इसी दौरान संतोष जायसवाल ने देखा कि छोटे बच्चे झाड़ू लगा रहे थे जिसका वीडियो संतोष जायसवाल बनाने लगे.
- पत्रकार को वीडियो बनाता देख शिक्षकों ने संतोष जायसवाल को दौड़ा लिया.
- स्कूल से अपनी जान बचाकर भागे पत्रकार ने शिक्षकों द्वारा दौड़ाए जाने की सूचना अपने कार्यालय पर डायल हंड्रेड को दी.
- जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया.
- पुलिस ने शिक्षकों से तहरीर लेकर पत्रकार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पत्रकार को जेल भेज दिया गया.
- इस घटना में आजमगढ़ जनपद के पत्रकारों ने आजमगढ़ के डीआईजी मनोज तिवारी से मिलकर मामले की शिकायत की.
- पत्रकारों ने डीआईजी को चेतावनी भी दी है कि यदि कोतवाल के निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाती तो डीआईजी कार्यालय के बाहर सामूहिक मुंडन कराया जाएगा.
आजमगढ़ जनपद के फूलपुर के रहने वाले पत्रकार संतोष जायसवाल के विरुद्ध पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से पत्रकारों का गुस्सा चरम पर है. फिलहाल अभी संतोष जायसवाल आजमगढ़ जिला कारागार में बंद हैं और पुलिस अपने को बचाने में जुटी हुई है.