आजमगढ़. आजमगढ़ में शहीद भगत सिंह पर 'हमारा समय और भगत सिंह की प्रासंगिकता' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई. बैठक में वर्धा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति विभूति नारायण राय भी मौजूद रहे. उन्होंने ईटीवी से खासबीत में गोडसे और जेएनयू मुद्दे पर अपनी राय दी. गोडसे को देशभक्त कहना शर्मनाक बताया, वहीं जेएनयू के छात्रों की मांगों का समर्थन किया.
आजमगढ़ः गोडसे को देशभक्त कहना शर्मनाक, जेएनयू के समर्थन में उतरे पूर्व कुलपति - जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में वर्धा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति विभूति नारायण राय ने गोडसे और जेएनयू पर अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि गोडसे को देशभक्त कहना शर्मनाक है. उन्होंने जेएनयू के छात्रों की मांग को भी जायज बताया.
वर्धा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति विभूति नारायण राय ने कहा कि हमारा समय चुनौतियों भरा है. भगत सिंह को याद करने की जरूरत है. भगत सिंह के दिखाए गए रास्ते हमारे बहुत काम आएंगे. भगत सिंह ने समाज की विसंगतियों पर टिप्पणी की थी. हम लोगों को वापस भगत सिंह पर जाने की जरूरत है. सांसद प्रज्ञा ठाकुर के गोडसे को देशभक्त के बयान पर पूर्व कुलपति विभूति राय ने अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ भी नहीं सकता. उन्होंने जेएनयू मुद्दे पर भी बात रखी. कहा कि जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) को बदनाम किया जा रहा है. इस विश्वविद्यालय को भारत सरकार का शिक्षा मंत्रालय देश का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय घोषित करता है. जेएनयू का छात्र आंदोलन जायज है. 200-300 गुना फीस बढ़ाना दुर्भाग्यपूर्ण है. पूर्व कुलपति बीएन राय ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो इतनी फीस नहीं दे सकते हैं, तो क्या वह शिक्षा ग्रहण नहीं करें?
मालूम हो कि आजमगढ़ में 'हमारा समय और भगत सिंह की प्रासंगिकता' राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन का मकसद जनपद के युवाओं के साथ-साथ बौद्धिक लोगों को भगत सिंह के विचारों से अवगत कराना था. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी वर्धा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति विभूति नारायण राय ने की. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर व वरिष्ठ इतिहासकार डॉ चमनलाल उपस्थित रहे.