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आजमगढ़ में रिंग बांध टूटने से घरों में घुसा पानी, प्रशासन के दावे फेल

यूपी के आजमगढ़ जिले में रिंग बांध के टूट जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों के घरों में पानी भर चुका है. जानवरों के चारे की भी समस्या सामने आ रही है. ग्रामीण महिलाओं ने प्रशासन के दावों की सच्चाई बयां की है.

रिंग बांध टूटने से घरों में घुसा पानीरिंग बांध टूटने से घरों में घुसा पानी
रिंग बांध टूटने से घरों में घुसा पानी

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Published : Aug 9, 2020, 7:17 AM IST

आजमगढ़:जनपद के सगड़ी तहसील के जोकहरा स्थित टेकनपुरा में रिंग बांध टूट जाने के 6 दिन बाद भी अभी तक इस बांध को बांधने में जिला प्रशासन नाकाम रहा है. इसके कारण बांध के किनारे रहने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. जिला प्रशासन भले ही गांव के लोगों की मदद किए जाने का दावा कर रहा है, लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासन ने न तो कोई मदद की और न ही हालात देखने आया.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र सतपुरा गांव की रहने वाली संतरा देवी का कहना है कि रिंग बांध टूट जाने के कारण हम लोगों के गांव में पानी आ गया, जिसके कारण बहुत समस्या हो रही है. सारा खेती पानी में डूब गया है. घर में रखे राशन भी डूब गए हैं. न तो जानवरों के लिए भूसा है और न ही हम लोगों को खाने के लिए कुछ मिल रहा है.

बाढ़ को लेकर परेशान महिलाएं.

ग्रामीण महिला ने बताया कि खेती किसानी पूरी तरह से चौपट हो गई है. सरकार की तरफ से हम लोगों को कोई मदद नहीं मिली है. सतपुरा गांव की रहने वाली दूसरी महिला का कहना है कि खाना बनाने और खाने तक के लिए जगह नहीं बची है. रहने का कोई ठिकाना नहीं है. घर में रखा सारा राशन पानी में डूब गया है. न हम लोगों के खाने के लिए राशन है और न ही जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था. प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.

साधनी देवी का कहना है कि पानी के कारण घर में रखा सारा राशन डूब गया है और अभी तक सरकार की तरफ से हम लोगों को कोई मदद नहीं मिली है. वहीं इस बारे में आजमगढ़ के जिला अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि बंधे पर टीन सेड के पास चारे की भी व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही लंच पैकेट की भी व्यवस्था की गई है जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बंटवाया जा रहा है.

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